छत्तीसगढ़

मंत्री मोहन मरकाम ने आदिम जाति व अनुसूचित जाति विकास विभाग के काम.काज की समीक्षा की

रायपुर। आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक विकास मंत्री मोहन मरकाम ने मंगलवार को जिला पंचायत सभाकक्ष सरगुजा संभाग में आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग के काम-काज की समीक्षा की। उन्होंने विभागीय योजनाओं की प्रगति की जानकारी लेते हुए समीक्षा की और जरूरी दिशा-निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मधु सिंह विशेष रूप से उपस्थित थीं।

बैठक में मंत्री मरकाम ने कहा कि आदिवासी विकास विभाग का उद्देश्य आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक वर्ग के कल्याण के लिए काम करना है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में इन वर्गों के प्रगति के लिए बेहतर काम प्रदेश में किया जा रहा है। प्राथमिकता से आश्रम एवं छात्रावास के आवश्यक संधारण एवं विभिन्न निर्माण कार्यों को पूर्ण कराएं, इसमें कोताही न हो। लगातार आश्रम एवं छात्रावासों का निरीक्षण करें। छात्रावास अधीक्षक एवं अधीक्षिका बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित ना रहें। शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों तक शत प्रतिशत पहुंचाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा श्रद्धा और आस्था के केंद्र देवगुड़ी के संरक्षण की अभिनव पहल की गई है। इसके लिए विभिन्न निर्माण कार्य शासन की ओर से स्वीकृत किए गए हैं। इन्हें समय सीमा में पूर्ण करना सुनिश्चित करें। मंत्री मरकाम ने आश्रम-छात्रावास के मरम्मत के कार्य की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि शासन द्वारा एफआरए आदर्श ग्राम घोषित किया जाना है, इसकी तैयारी त्रुटिरहित रहे। उन्होंने पात्र हितग्राहियों को एफआरए पट्टा और वृहद स्तर पर ऋण पुस्तिका के वितरण पर संबंधितों को निर्देशित किया। मंत्री मरकाम ने कहा कि संभाग में संचालित एकलव्य एवं प्रयास आवासीय विद्यालय में बच्चों की सुविधा के लिए समस्त सुविधाएं सुनिश्चित करते हुए सतत निगरानी के निर्देश दिए।

बैठक में मंत्री मरकाम के मार्गदर्शन में आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास सचिव डीडी सिंह एवं आयुक्त श्रीमती शम्मी आबिदी के द्वारा विभागीय योजनाओं की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की गई। समीक्षा बैठक में छात्रावास व आश्रम भवन के अनुरक्षण एवं मरम्मत, भवनों के निर्माण कार्यों की प्रगति, अधिकारियों द्वारा आश्रम छात्रावास निरीक्षण, वनाधिकार पत्रक वितरण, ऋण पुस्तिका वितरण, एफआरए आदर्श ग्राम, एकलव्य एवं प्रयास आवासीय विद्यालय के संचालन, छात्रवृति, जाति प्रमाण पत्र, आधार सीडिंग, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना, देवगुड़ी संरक्षण, सहित विशेष रूप से कमजोर जनजाति अभिकरण एवं प्रकोष्ठ को केंद्रीय क्षेत्रीय योजना मद अंतर्गत प्रदत्त आबंटन तथा स्वीकृत कार्यों की समीक्षा की गई। बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि अभिकरण एवं प्रकोष्ठ अंतर्गत प्रदाय राशि का उचित उपयोग विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों के लिए किया जाए। विशेष पिछड़ी जनजाति बहुल पंचायतों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों से सतत समन्वय रखते हुए आवश्यकता अनुरूप सहायता सुनिश्चित करें। इसके साथ ही अनुभाग स्तर पर समन्वय बैठक निर्धारित समय पर आयोजित करने संबंधितों को निर्देशित किया गया।

आदिम जाति कल्याण विभाग के अपर संचालक ए.के. गौर तथा आर.एस. भोई, उपायुक्त प्रज्ञान सेठ एवं सरगुजा संभाग के सभी जिलों के सहायक आयुक्त, जनपद पंचायत परियोजना प्रशासक एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी उपस्थित रहे।

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