मंत्री ओपी चौधरी के निवास पर न्याय मांगने गये शिक्षकों से दुर्व्यवहार निंदनीय : सुशील आनंद
रायपुर। मंत्री ओपी चौधरी के निवास पर अपनी व्यथा सुनाने गये बीएड डिग्रीधारी बर्खास्त शिक्षकों के साथ किये गये दुर्व्यवहार और अमानवीय बर्ताव की कांग्रेस ने कड़ी निंदा किया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बीएड डिग्रीधारी सहायक शिक्षक कोई अपराधी नहीं है। वे सरकार की अनिर्णय वाली स्थिति का शिकार है। साय सरकार उनके साथ अमानवीय व्यवहार कर रही है। इन शिक्षकों को शिक्षा विभाग में समान वेतन पर समायोजन करने के बजाये उनको पुलिस से प्रताड़ित कराया जाना अनुचित है। कांग्रेस मांग करती है कि बीएड डिग्री धारी सहायक शिक्षकों को तत्काल नौकरी पर बहाल किया जाये, नये जगह समायोजन किया जाये।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि ओपी चौधरी जब विपक्ष में थे तब रोज शैक्षणिक संस्थानों कोचिंग संस्थानों में जाकर युवाओं के रोजगार के लिये लक्षेदार बाते करते थे। आज जब सत्ता में आ गये है तो उनको युवाओं से मिलने की फुर्सत नहीं है। उनके घर न्याय मांगने पहुंची महिला शिक्षकों उनके दुधमुंहे बच्चों को घंटो तक अवैधानिक रूप से बंधक बनवाया गया। उनको संगीन धाराओं में फंसाने की धमकियां दिलवाया गया। सत्ता में आने के बाद भाजपाई सत्ताधीशों की मानवीय संवेदना नष्ट हो गयी है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मंत्री ओपी चौधरी जो खुद को युवाओं का मार्गदर्शन और प्रेरणा स्रोत बताते थकते नहीं थे, आज वह युवाओं की आवाज को सुनने को तैयार नहीं है। युवाओं से चर्चा नहीं कर रहे हैं बल्कि युवाओं को पुलिस से धक्का मरवाकर डरा धमका रहे है। अंबिकापुर में युवाओं ने वन विभाग में भर्ती को लेकर ओपी चौधरी के खिलाफ प्रदर्शन किया रायपुर में ओपी चौधरी के निवास में बीएड डिग्री धारी शिक्षक जिन्हें नौकरी से बर्खास्त किया गया है। वह नौकरी देने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया जिन्हें भाजपा सरकार के पुलिस जोर जबरदस्ती पूर्वक गाड़ी में भरकर नया रायपुर में घूम रहे थे। ओपी चौधरी को बताना चाहिए वह एक लाख सरकारी नौकरी का वादा का क्या हुआ? आज प्रदेश में एक साल के भीतर व्यापम में एक भी सरकारी नौकरी के लिए विज्ञापन जारी नहीं हुआ है और जिसे मोदी की गारंटी बताया जा रहा था उसका क्या हुआ।