पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मौजूदा सरकार पर साधा निशाना

रायपुर। विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मौजूदा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आचार संहिता के उल्लंघन और मुख्यमंत्री की विधानसभा में अनुपस्थिति को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए।
भूपेश बघेल ने कहा, “अगर कोई आचार संहिता को लेकर सवाल पूछे, तो उसे जेल भेज दिया जाता है। अगर कोई सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाए, तो उसकी जान चली जाती है। लेकिन अब जब आचार संहिता लागू है, तब खुद सरकार के मंत्री और अधिकारी चार्टर्ड प्लेन में घूम रहे हैं। यह नियमों का खुला उल्लंघन है।”
उन्होंने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकतंत्र में जनता को जवाबदेही चाहिए, लेकिन मुख्यमंत्री खुद ही सवालों से बचते नजर आते हैं। बघेल ने कहा, “आज मुख्यमंत्री को सदन में रहना चाहिए था, लेकिन वे अनुपस्थित हैं। क्या यही लोकतंत्र का सम्मान है?”
पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब वे सत्ता में थे, तब भी सवालों का जवाब देना अनिवार्य था। उन्होंने वित्त मंत्री को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि “उत्तर कोई भी मंत्री दे सकता है, लेकिन मुख्यमंत्री की सदन में उपस्थिति आवश्यक होती है। वे प्रश्नों से बचने की कोशिश कर रहे हैं, जो लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए उचित नहीं है।”
इसके अलावा, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा, “अगर कोई विदेशी राष्ट्रपति हमारे प्रधानमंत्री पर आरोप लगाता है, तो हमें मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। भारत कमजोर नहीं है, हमें इसका प्रमाण देना होगा।”
भूपेश बघेल के इस बयान से विधानसभा में राजनीतिक माहौल गरमा गया। अब देखना यह होगा कि सरकार इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है।