छत्तीसगढ़

डेंगू से राजधानी में हाहाकार, बढ़ रह मौत का आंकड़ा : बृजमोहन अग्रवाल

रायपुर। भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर सहित पूरे प्रदेश में डेंगू के बढ़ते भयावह स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए इसके रोकथाम में नाकामी के लिए भूपेश सरकार को आड़े हाथ लिया है।

उन्होंने कहा कि शहर में चारों ओर नालिया बजबजा रही है। गंदगी का आलम यह है कि नालियों का पानी सड़कों पर बह रहा है। नालियों से, गंदगी से पैदा हो रहे मच्छर एवं लार्वा के समाप्त करने के लिए सरकार के पास कोई भी कारगर योजना नहीं है, नगर निगम कुंभकर्णी नींद में है। सरकार इस दिशा में कोई काम करना नहीं चाहती।  डेंगू के मच्छरों के काटने से राजधानी में हजारों लोग डेंगू से प्रभावित हैं। सरकारी सहित निजी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों के भीड़ लग गई है। निजी अस्पतालों  व लेब के मार से आम जनता कराह रही है। अब तक दर्जनों युवा डेंगू के चलते काल के गाल में शमा गए  है।

विधायक अग्रवाल ने कहा कि शासन एवं प्रशासन पूरी तरह कभकर्णी नीद में सोई हुई है । राजधानी के मठपारा, प्रोफेसर कॉलोनी, कुशालपुर, पुरानी बस्ती, टिकरापारा, संजय नगर, संतोषी नगर, अश्वनी नगर, चंगोराभाठा, भाठागाव, मठपुरैना, ब्राह्मण पारा कंकाली पारा, रामकुंड, कोटा, रामनगर, खमतराई, तेलीबांधा सहित पूरा 70 वार्ड में गली-गली में डेंगू के मरीज नहीं कर रहे हैं आम जनता डेंगू से भय ग्रस्त है। पर शासन एवं प्रशासन पूरी तरह हाथ पर हाथ धरे बैठी है डेंगू से निपटने शासन एवं प्रशासन के पास कोई योजना ही नहीं दिखती। नालियों की सफाई नहीं हो रही है वही मच्छरों को, उनके लार्वा को खत्म करने के लिए कोई योजना पर कार्यवाही ही नही हो रही है। जनता को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है।

सफाई के नाम पर प्रति माह करोड़ों रुपया खर्च हो रहा है आखिर सफाई कहां की हो रही है? और अगर सफाई हो रही है तो फिर डेंगू के मच्छर कैसे पैदा हो रहे हैं? निगम प्रशासन जनता के मूलभूत समस्याओं के बजाय सिर्फ और सिर्फ शहर के चौक चौराहों पर चाइनीस लाइट लगाने में वह दीवाल की पुताई करने में ही मस्त है। नगर निगम प्रशासन को नाली सड़क पानी बिजली जैसे मामलों से कोई लेना-देना ही नहीं है।

बृजमोहन ने कहा कि प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग तो पिछले पोने 5 साल से खुद बीमार पड़ा हुआ है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के लचर व पद की राजनीति में व्यस्त रह कर विभाग में ध्यान नही देने के चलते प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग खुद में वेंटीलेटर पर है। पूरे प्रदेश में डेंगू के मच्छर और लार्वा को समाप्त करने के लिए वृहद स्तर पर अभियान चलाया जाना चाहिए साथ ही साथ डेंगू के मरीजों की निजी अस्पतालों में भी निशुल्क इलाज की व्यवस्था की जानी चाहिए।

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