नवागढ़ से पीएचई मंत्री गुरु रुद्र कुमार के लड़ सकते है चुनाव
भिलाई। दुर्ग जिले के अहिवारा विधानसभा के विधायक एवं प्रदेश के पीएचई मंत्री गुरू रूद्र कुमार के इस बार नवागढ से चुनाव लडऩे की चर्चा जोरो पर है।
यदि ऐसा होता है तो कांग्रेस इस बार भी यहां नये चेहरे पर दाव लगा सकती है और दुर्ग जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष एवं भिलाई तीन चरोदा महापैर निर्मल कोसरे को चुनाव मैदान में उतार सकती है क्योंकि इस बार विधायक एवं मंत्री गुरु रुद्र कुमार के आसन्न विधानसभा चुनाव में बेमेतरा जिले के नवागढ़ से मैदान में उतरने की जिस प्रकार चर्चा हो रही है ये इस बात का ईशारा कर दिया है।
ज्ञातव्य हो कि अहिवारा विधानसभा के अस्तित्व में आने के बाद यहां हुए तीनों विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रत्याशी बदलता रहा है। ऐसा ही संयोग एक बार फिर बनने की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा है। अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित दुर्ग जिले की एकलौती विधानसभा सीट अहिवारा में इस वक्त मौजूदा विधायक और कांग्रेस की सरकार में मंत्री गुरु रुद्र कुमार के क्षेत्र बदलने की जबरदस्त चर्चा है।
कहा जा रहा है कि गुरु रुद्र कुमार ने आसन्न चुनाव में अहिवारा के बजाय बेमेतरा जिले के नवागढ़ से चुनाव मैदान में उतरने का मन बनाकर तैयारी शुरू कर दी है। नवागढ़ से पिछले चुनाव में कांग्रेस के गुरुदयाल बंजारे विधायक चुने गए थे। इस लिहाज से गुरुदयाल बंजारे की फिर एक बार नवागढ़ से बतौर कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव लडऩे की स्वाभाविक दावेदारी बनती है।
लेकिन गुरु रुद्र कुमार की टिकट के लिए कांग्रेस पार्टी की निर्धारित प्रक्रिया के तहत अहिवारा के साथ-साथ नवागढ़ से भी पेश की गई दावेदारी ने आसन्न विधानसभा चुनाव में विधायक गुरुदयाल बंजारे के राजनीतिक भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। बताया जाता है कि गुरु रुद्र कुमार ने अहिवारा विधानसभा से चुनाव लडऩे के लिए पार्टी की गाइडलाइन के अनुसार ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्षों को अपना आवेदन सौंपा है।
राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि इस तरह का एक और आवेदन उनके द्वारा बेमेतरा जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष को भी सौंप कर नवागढ़ से विधानसभा चुनाव लडऩे की इच्छा जताई गई है। नवागढ़ विधानसभा भी अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है। नवागढ़ से पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी गुरुदयाल बंजारे ने भाजपा के कद्दावर नेता और मंत्री रहे दयालदास बघेल को पराजित किया था।
लेकिन इस बार उनके सीट से गुरु रुद्र कुमार चुनाव मैदान में उतरते हैं तो उन्हें घर बैठना पड़ सकता है। गौरतलब रहे कि राज्य की मौजूदा सरकार में मंत्री गुरु रुद्र कुमार ने अपना पहला चुनाव रायपुर जिले की आरंग विधानसभा से लड़ा था। वर्ष 2013 के दूसरे चुनाव में वे आरंग से पराजित हो गए। भाजपा के नवीन मारकंडेय ने उन्हें हराया था। इसके बाद गुरु रुद्र कुमार ने अहिवारा विधानसभा में अपनी संभावनाएं देखी और तैयारी शुरू कर दी। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में गुरु रुद्र कुमार ने अहिवारा से भाजपा के सांवलाराम डाहरे को पराजित कर दिया। इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें अपने मंत्री मंडल में शामिल किया।
लेकिन एक बार फिर गुरु रुद्र कुमार के क्षेत्र बदलने की चर्चा से अहिवारा विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी बनने की चाह रखने वालों में नई उम्मीद जाग उठी है। महापौर निर्मल कोसरे हो सकतें हैं कांगे्रस की पहली पसंद अहिवारा विधानसभा से मौजूदा विधायक गुरु रुद्र कुमार के चुनाव लडऩे नवागढ़ जाने की स्थिति में कांग्रेस को यहां नया प्रत्याशी उतारना पड़ेगा।
इस संभावना को देखते हुए कांग्रेस से टिकट चाहने वालों की सक्रियता बढ़ गई है। इसमें भिलाई-चरोदा नगर निगम के महापौर निर्मल कोसरे सहित पूर्व प्रत्याशीद्वय ओनी महिलांग और अशोक डोंगरे का नाम खासा सुर्खियां पर बना हुआ है। अहिवारा विधानसभा अस्तित्व में आने के बाद अभी तक हुए तीनों चुनाव में कांग्रेस ने नए चेहरे पर दांव लगाया है। पहले और दूसरे चुनाव में पराजित हुए ओनी महिलांग और अशोक डोंगरे को दूसरा मौका देने में कंजूसी बरती गई है। इस अघोषित परम्परा को देखते हुए माना जा रहा है कि आसन्न चुनाव में गुरु रुद्र कुमार अगर अहिवारा विधानसभा छोड़कर किसी दूसरे क्षेत्र का रुख करते हैं तो पार्टी यहां से किसी नए चेहरे को सामने ला सकती है। इस लिहाज से भिलाई . चरोदा नगर निगम के महापौर निर्मल कोसरे को अहिवारा विधानसभा से कांग्रेस टिकट का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से पुराने और प्रगाढ़ संबंधों को देखते हुए अहिवारा से निर्मल कोसरे के नाम की घोषणा कांग्रेस प्रत्याशी के रुप में होती है तो कोई आश्चर्य जनक बात नहीं होगी।