छत्तीसगढ़

पुरखों के किस्से न सुनाएं प्रियंका, राज्य की हकीकत बतायें : सांसद सरोज पांडेय

रायपुर। भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के आरोपों के जवाब में कहा कि वे छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल की भाषा बोल रही हैं। जहां से फर्जी आंकड़े भूपेश बघेल को मिलते हैं, वहीं से मिले आंकड़े गिना कर प्रियंका गुमराह करने की कोशिश कर रही हैं। छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार के बारे में बताने लायक उनके पास कुछ नहीं था इसलिए वे यूपी के उस जमाने के किस्से कहानी सुना गईं जब उनके पिता प्रधानमंत्री थे। पिता तो पिता वे अपने पिता के नाना तक की लोरियां छत्तीसगढ़ की बहनों को सुना गईं। उनके पास पुरखों के संस्मरण सुनाने के अलावा कोई मुद्दा नहीं है। वे स्वयं स्वीकार कर गईं कि उनके पिता प्रधानमंत्री रहते हुए भी अपने निर्वाचन क्षेत्र में अच्छी सड़क तक नहीं दे सके। इससे गई गुजरी बात और क्या हो सकती है। प्रियंका आज के प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र को देखें। रही बात गैस सिलेंडर की तो बतायें कि वे चार सिलेंडर कहां हैं, जो 2018 के जन घोषणा पत्र में कांग्रेस दे रही थी।

सांसद पांडेय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस राज में महिलाओं की स्थिति सबसे खराब है तो प्रियंका गांधी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से लड़ना चाहिए कि किस बात का महिला समृद्धि सम्मेलन कर रहे हैं। महिलाओं को समृद्ध बनाने उन्होंने किया क्या है? एक तरफ महिलाओं की अस्मिता खतरे में है, दूसरी तरफ भूपेश बघेल महिला सम्मेलन कराकर प्रियंका गांधी के दर्शन करा रहे हैं। क्या प्रियंका गांधी के दर्शन मात्र से महिलाएं समृद्ध हो जाएंगी? महिलाओं को वाकई समृद्ध बनाना है तो प्रियंका गांधी अपने मुख्यमंत्री से महिलाओं के हक में लड़ें। छत्तीसगढ़ के युवाओं के हक में लड़ें। उन गरीबों के हक में लड़ें, जिनका आवास और अन्न छीना गया है। वे लड़ सकती हैं और भूपेश बघेल यह कहने की हिम्मत नहीं कर पाएंगे ऐ लड़की नेतागिरी मत कर!

उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी को छत्तीसगढ़ की जनता को जवाब देना चाहिए कि गरीबों को मिलने वाले उनके हक के चावल को आखिरकार भूपेश सरकार क्यों डकार गई? क्या गरीबों को उनका चावल दिलाने के लिए प्रियंका मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से लड़ेंगी? युवाओं को रोजगार देने का वादा कर पीएससी में गड़बड़ी करके कांग्रेस के करीबियों के बच्चों को बड़े-बड़े पदों पर नियुक्तियां देने पर क्या प्रियंका अपने मुख्यमंत्री से लड़ेंगी? मुख्यमंत्री के पिता नंदकुमार बघेल छत्तीसगढ़ के भांचा प्रभु राम का अपमान करते हैं। क्या इसके लिए वह मुख्यमंत्री से लड़ेंगी? महिलाओं को सशक्त बनाने की बात करते-करते छत्तीसगढ़ में सुपर सीएम बनाने वाले भूपेश बघेल से क्या प्रियंका आम महिलाओं के लिए लड़ेंगी? क्या प्रियंका अपने मुख्यमंत्री से इस बात के लिए लड़ेंगी कि गंगाजल की कसम खाकर शराब बंदी के वादे को दरकिनार क्यों किया गया? क्या वे भूपेश बघेल से इस बात पर लड़ेंगी कि उनके भाई राहुल गांधी को गौ माता की हत्या का पाप आखिर क्यों लगाया गया? क्या वे भूपेश बघेल से इस बात के लिए लड़ना पसंद करेंगी कि छत्तीसगढ़ के युवाओं को रोजगार के बदले जुआ और सट्टे का कौशल क्यों सिखाया जा रहा है? क्या वह भूपेश बघेल से तेंदूपत्ता बीनने वाली महिलाओं की चरण पादुका दिलाने के लिए लड़ेंगी? क्या प्रियंका मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से लड़ेंगी कि गरीब माताओं बहनों को मुफ्त गैस देने वाले वादे को क्यों पूरा नहीं किया गया? विधवा, परित्यक्ता, निराश्रित महिलाओं के हर माह 1500 रुपये के हिसाब से पौने पांच साल के पैसे कहां गए? यदि प्रियंका लड़ सकती हैं तो वह छत्तीसगढ़ की महिलाओं, गरीबों और युवाओं के हक में अपनी सरकार से लड़ें। अन्यथा उनके छत्तीसगढ़ आने का कोई अर्थ नहीं निकल सकता।

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