मुख्यमंत्री साय ने सुनी ‘मन की बात’ कार्यक्रम की 126वीं कड़ी का प्रसारण

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रायपुर के शंकर नगर स्थित सिंधु पैलेस में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम की 126वीं कड़ी को सुना। इस अवसर पर उन्होंने टिप्पणी की कि ‘मन की बात’ करोड़ों देशवासियों को आपस में जोड़ने, उन्हें प्रेरणा देने और नए विचारों के साथ-साथ अच्छे कार्यों को सबके सामने लाने का एक शक्तिशाली माध्यम है।
शहीदों और हस्तियों को श्रद्धांजलि
श्रवण के दौरान, मुख्यमंत्री श्री साय ने क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह और स्वर कोकिला लता मंगेशकर को उनकी जयंती पर याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके अतिरिक्त, उन्होंने सभी प्रदेशवासियों को शक्ति की आराधना के पावन पर्व नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ भी दीं।
‘नाविका सागर परिक्रमा’ और बहादुर बेटियाँ
मुख्यमंत्री श्री साय ने उल्लेख किया कि शक्ति उपासना के इस शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री ने देश की दो साहसी बेटियों— लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा—की ‘नाविका सागर परिक्रमा’ का ज़िक्र किया। इन दोनों अधिकारियों ने 238 दिनों में 47 हजार 500 किलोमीटर की समुद्री यात्रा पूरी की और दुनिया के सबसे दूरस्थ स्थान ‘नीमो पॉइंट’ पर तिरंगा फहराकर देश का गौरव बढ़ाया है।
जीएसटी से राहत और आत्मनिर्भर भारत का दृष्टिकोण
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस समय पूरे देश में ‘जीएसटी बचत उत्सव’ मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जीएसटी दरों में की गई कटौती से लोगों को रोज़मर्रा की चीज़ों से लेकर गाड़ियों, खेती के औज़ारों और मशीनों तक में बड़ी राहत मिली है। उन्होंने ज़ोर दिया कि प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर भारत का आह्वान करते हैं, और इस दिशा में स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देना एक बेहद महत्वपूर्ण कदम है।
स्वदेशी अपनाना: सपनों और मेहनत का सम्मान
मुख्यमंत्री ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि जब हम स्वदेशी वस्तुएँ खरीदते हैं, तो हम सिर्फ कोई सामान नहीं लेते, बल्कि एक परिवार की उम्मीद, एक कारीगर की मेहनत और एक उद्यमी के सपनों को सम्मान देते हैं। उन्होंने बताया कि खादी उत्पादों की लोकप्रियता पिछले कुछ सालों में लगातार बढ़ी है और हम सभी को खादी के वस्त्रों और उत्पादों का उपयोग करना चाहिए।
गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में रायपुर उत्तर के विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, सीजीएमएससी के अध्यक्ष श्री दीपक म्हस्के, छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष श्री अमरजीत छाबड़ा सहित बड़ी संख्या में अन्य गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।
















