अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में मुख्यमंत्री साय ने छत्तीसगढ़ पेवेलियन का अवलोकन

रायपुर। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में छत्तीसगढ़ पेवेलियन ने आज सभी का ध्यान आकर्षित किया। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने पेवेलियन का दौरा किया और अलग-अलग स्टॉलों पर प्रदर्शित उत्पादों और नवाचारों को देखा। उन्होंने इस बात की सराहना करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ लगातार वैश्विक व्यापार मंचों पर अपनी उपस्थिति को मजबूत बना रहा है।
छत्तीसगढ़ी उत्पादों की वैश्विक पहचान
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस बात पर जोर दिया कि छत्तीसगढ़ की पारंपरिक कला, हस्तशिल्प, वनोपज आधारित वस्तुएं और अन्य पारंपरिक कलात्मक चीजें अब विश्व बाजार में अपनी एक विशेष पहचान बना रही हैं। उन्होंने कहा, “देश-विदेश के खरीदारों के बीच छत्तीसगढ़ी उत्पादों की बढ़ती मांग हमारे स्थानीय कारीगरों के लिए आर्थिक मजबूती और सम्मान ला रही है। यह ‘आत्मनिर्भर छत्तीसगढ़’ बनाने के हमारे लक्ष्य की दिशा में एक अहम कदम है।”
उन्होंने पेवेलियन में प्रदर्शित कोसा सिल्क, धातु-शिल्प, ढोकरा कला, प्राकृतिक वन-आधारित उत्पाद, मिलेट (मोटा अनाज) आधारित खाद्य उत्पाद, और सूक्ष्म उद्यमों (Micro Enterprises) के नए मॉडल की विशेष रूप से तारीफ की।
बदलता बस्तर: एक जीवंत अवलोकन
मुख्यमंत्री ने पेवेलियन में बस्तर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और उसकी कलाकृतियों के प्रदर्शन की काफी प्रशंसा की। उन्होंने डिजिटल टीवी पर दिखाई गई डॉक्यूमेंट्री ‘बदलता बस्तर (आमचो बस्तर)’ को भी देखा। उन्होंने टिप्पणी की कि यह डॉक्यूमेंट्री आज के नए बस्तर की स्पष्ट झलक देती है। उनके अनुसार, बस्तर में बड़ा बदलाव आ चुका है, और यह फिल्म उसी परिवर्तन का सजीव प्रदर्शन करती है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार जनजातीय (Tribal) और ग्रामीण उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों तक पहुँचाने के लिए अपनी विभिन्न योजनाओं और संस्थागत समर्थन को लगातार मजबूत कर रही है।
इस मौके पर उद्योग मंत्री श्री लखन लाल देवांगन, लोकसभा सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, श्रीमती कमलेश जांगड़े और कई अन्य जनप्रतिनिधि तथा अधिकारीगण मौजूद थे।
















