मुख्यमंत्री साय का धार्मिक और विकासपरक संदेश

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रायगढ़ जिले के लैलूंगा विकासखंड के ग्राम झगरपुर में कोलता समाज द्वारा आयोजित श्री श्री रणेश्वर रामचंडी मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में भाग लिया। इस आयोजन में, जो स्वामी आत्मानंद शासकीय हिंदी माध्यम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झगरपुर परिसर में हुआ, समाज के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री का पारंपरिक रूप से गजमाला पहनाकर और तिलक लगाकर हार्दिक अभिनंदन किया।
मंदिर में पूजा-अर्चना और आत्मिक शांति
मुख्यमंत्री साय ने मंदिर में माता रामचंडी के चरणों में श्रद्धापूर्वक पूजा-अर्चना की और प्रदेशवासियों के लिए सुख-समृद्धि और खुशहाली की मंगल कामना की। उन्होंने व्यक्त किया कि झगरपुर की इस पवित्र धरती पर आकर उन्हें गहरी आत्मिक शांति का अनुभव हुआ है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि यह मंदिर न केवल श्रद्धा का केंद्र है, बल्कि समाज की सांस्कृतिक चेतना और एकता का भी एक मज़बूत प्रतीक है।
संस्कृति, परंपरा और पारिवारिक मूल्य
मुख्यमंत्री ने भारत की संस्कृति और परंपराओं को देश की आत्मा बताया। उन्होंने कहा कि जहाँ नारी का सम्मान होता है, वहीं ईश्वर का वास होता है। उन्होंने माता-पिता को सच्चा ईश्वर बताते हुए कहा कि उनकी प्रसन्नता में ही सभी देवी-देवताओं की प्रसन्नता निहित है। मुख्यमंत्री ने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे अपने घर के बुज़ुर्गों के प्रति सम्मान और सेवा-भाव बनाए रखें।
सुशासन और विकास के संकल्प
श्री साय ने राज्य सरकार के सुशासन, पारदर्शिता और विकास के प्रति संकल्प को दोहराया। उन्होंने बताया कि ई-गवर्नेंस की शुरुआत हो चुकी है और भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने केंद्र सरकार की गारंटी पूरी करने के संदर्भ में कहा कि सरकार बनने के 18-19 महीनों के भीतर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अधिकांश गारंटियों को पूरा किया गया है।
किसानों और जन-कल्याण के लिए मुख्य पहलें:
किसानों को दो वर्षों का बकाया धान बोनस दिया गया।
धान खरीदी की सीमा 15 क्विंटल से बढ़ाकर 21 क्विंटल प्रति एकड़ की गई।
समर्थन मूल्य 3100 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया।
महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं को प्रति माह 1,000 रुपए की आर्थिक सहायता।
18 लाख प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्वीकृत।
भूमिहीन मजदूर सहायता योजना और तेंदूपत्ता खरीदी 5,500 रुपए प्रति मानक बोरा।
रामलला दर्शन योजना और मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का संचालन।
छत्तीसगढ़ के संसाधनों का सदुपयोग
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ एक संसाधन-समृद्ध राज्य है। उन्होंने विश्वास जताया कि जनसहयोग और संसाधनों के सही उपयोग से प्रदेश विकास के नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। उन्होंने ‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’ को केवल एक नारा नहीं, बल्कि कार्यसंस्कृति बताया।
प्रधानमंत्री की नई कृषि योजनाएं
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई दो बड़ी योजनाओं का उल्लेख किया, जिनमें 35,440 करोड़ रुपए का परिव्यय है:
प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना
दलहन क्षेत्र में आत्मनिर्भरता मिशन
इन योजनाओं को उन्होंने किसानों की आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में सिंचाई सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण, कृषि उत्पादन वृद्धि और ग्रामीण समृद्धि के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही, भूमि रजिस्ट्री व्यवस्था में सुधार लाकर शासन प्रणाली में नई पारदर्शिता और जवाबदेही लाई गई है, ताकि योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे।
लैलूंगा क्षेत्र के लिए बड़ी घोषणाएं
मुख्यमंत्री ने जनहित में कई विकास कार्यों की घोषणा की:
झगरपुर में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 25 लाख रुपए।
विकासखंड मुख्यालय लैलूंगा में कोलता समाज हेतु सामुदायिक भवन के लिए 25 लाख रुपए।
कुंजारा–तोलगे–मिलूपारा मार्ग निर्माण के लिए 50 करोड़ रुपए।
वार्ड क्रमांक 5 पटेलपारा के बीच नदी में स्टॉप डैम कम कॉजवे निर्माण हेतु 2.5 करोड़ रुपए।
लैलूंगा–कुंजारा से गमेकेला में खारुन नदी पुलिया निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपए।
वार्ड क्रमांक 11 में शासकीय कन्या हाईस्कूल के नवीन भवन निर्माण की घोषणा।
उन्होंने कहा कि सरकार समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए समर्पित है और कोलता समाज का आशीर्वाद तथा सहयोग सदैव प्रेरणा का स्रोत रहा है।
वित्त मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी का वक्तव्य
वित्त मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी ने मुख्यमंत्री के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश को ऐसे जनसेवक का मार्गदर्शन मिला है जो हर वर्ग के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि मुख्यमंत्री ने पदभार ग्रहण करने के मात्र 12 दिन बाद ही 13 लाख किसानों को 3,716 करोड़ रुपए का बोनस भुगतान किया। वित्त मंत्री ने छत्तीसगढ़ को माता कौशल्या की भूमि और प्रभु श्रीराम का ननिहाल बताया, जो हमारी सांस्कृतिक पहचान और गर्व है। उन्होंने आश्वस्त किया कि मुख्यमंत्री लैलूंगा सहित पूरे प्रदेश के सर्वांगीण विकास पर केंद्रित हैं, और सभी कार्य चरणबद्ध रूप से पूरे होंगे।
कार्यक्रम में उपस्थिति
कार्यक्रम में लोकसभा सांसद श्री राधेश्याम राठिया, पूर्व विधायक श्री सत्यानंद राठिया, श्रीमती सुनीति राठिया, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री दीपक सिदार, श्रीमती ज्योति भगत सहित अनेक जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और श्रद्धालु मौजूद थे। कार्यक्रम का स्वागत उद्बोधन जिला पंचायत सदस्य श्री बृजेश गुप्ता ने दिया, और अंत में श्री रत्थूलाल गुप्ता ने आभार व्यक्त किया।
















