TMC सांसद महुआ मोइत्रा की गिरफ्तारी की मांग : छत्तीसगढ़ सर्व बंग समाज ने किया विरोध

रायपुर। छत्तीसगढ़ सर्व बंग समाज ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर बांग्लाभाषी भारतीयों और अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों के बीच अंतर को मिटाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। समाज का कहना है कि मोइत्रा अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए ऐसा कर रही हैं, जिससे देशभर में रह रहे बंगाली समुदाय की पहचान और सुरक्षा खतरे में पड़ रही है।
बंग समुदाय का गौरवशाली इतिहास
समाज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बंग समुदाय 100 वर्षों से अधिक समय से निवास कर रहा है, और अब यहाँ उनकी तीसरी-चौथी पीढ़ी भी है। पूरे भारत में यह समुदाय अपने गौरवशाली इतिहास के लिए जाना जाता है, जिसमें स्वतंत्रता संग्राम में उनका बड़ा योगदान रहा है। स्वामी विवेकानंद, गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर और नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे महान व्यक्तित्वों ने बंगाल की भूमि से निकलकर भारत को गौरवान्वित किया है। रायपुर में भी स्वामी विवेकानंद के जीवनकाल का समय एक स्वर्णिम अध्याय माना जाता है।
महुआ मोइत्रा पर गंभीर आरोप
सर्व बंग समाज ने महुआ मोइत्रा की निंदा करते हुए कहा कि जब छत्तीसगढ़ पुलिस ने अवैध बांग्लादेशियों पर कार्रवाई की, तो मोइत्रा ने पुलिस के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की। इसके अलावा, उन्होंने देश के गृह मंत्री का सिर काटकर प्रधानमंत्री के मेज पर रखने जैसी भड़काऊ बातें भी कही थीं। समाज का कहना है कि मोइत्रा जानबूझकर बांग्लाभाषी भारतीयों को बांग्लादेशी के रूप में पेश कर रही हैं, ताकि अवैध घुसपैठियों के माध्यम से टीएमसी अपना वोट बैंक मजबूत कर सके।
इस राजनीति से नाराज होकर, छत्तीसगढ़ सर्व बंग समाज की अपील पर मोइत्रा के खिलाफ माना पुलिस थाने में प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराई गई है। समाज का मानना है कि इस तरह की राजनीति से देशभर में बंगाली समुदाय के खिलाफ वैमनस्यता बढ़ सकती है और इससे 1984 के सिख विरोधी दंगों जैसी हिंसक घटना की पुनरावृत्ति का खतरा है।
सरकार और ममता बनर्जी से अपील
छत्तीसगढ़ सर्व बंग समाज ने राज्य सरकार से मांग की है कि मोइत्रा को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जाए। साथ ही, उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी अपील की है कि वे अपनी सांसद को वापस बुलाएं और शांतिप्रिय बंग समुदाय के सम्मान की रक्षा करें। यदि ममता बनर्जी ऐसा नहीं करती हैं, तो समाज देश भर के बंगाली भाइयों और बहनों के साथ मिलकर लोकसभा अध्यक्ष और राष्ट्रपति से मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित करने की मांग करेगा।