विकास से विंध्य क्षेत्र की बदलेंगे तकदीर : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भोपाल (एजेंसी)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्य प्रदेश में विकास का महायज्ञ चल रहा है, जिसका कारवां अब रुकेगा नहीं, बल्कि और भी तेज़ी से आगे बढ़ेगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि विंध्य क्षेत्र के विकास में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी और सब मिलकर इस क्षेत्र की तस्वीर और तकदीर दोनों बदल देंगे।
डॉ. यादव ने त्योंथर में विंध्य विकास संकल्प सम्मेलन को संबोधित करते हुए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। इनमें त्योंथर में 400 एकड़ भूमि पर एक नया औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करना, सिविल अस्पताल को 50 से 100 बेड का करना, आईटीआई का निर्माण और तमस नदी के किनारे रिवर कॉरिडोर बनाना शामिल है। उन्होंने 125 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट का भूमिपूजन भी किया, जिसे निवेशक फर्म आईओसीजीपीएस रिन्यूएबल प्राइवेट लिमिटेड स्थापित कर रही है। मुख्यमंत्री ने रीवा सड़क दुर्घटना में मृतक जीना वर्मा के परिवार को 4 लाख रुपये की सरकारी सहायता राशि देने की भी घोषणा की।
ऊर्जा उत्पादन और औद्योगिक विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि विंध्य क्षेत्र न केवल मध्य प्रदेश, बल्कि पूरे देश को रोशन कर रहा है, खासकर बिजली और नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में। उन्होंने इसे देश की ऊर्जा धानी बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। डॉ. यादव ने यह भी बताया कि प्रदेश में औद्योगिक विकास तेज़ी से हो रहा है और त्योंथर को भी उद्योगों की सौगात मिल रही है, जिससे युवाओं को रोजगार मिलेगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए उन्हें यूनिफॉर्म, किताबें, साइकिल, लैपटॉप और स्कूटी जैसी सुविधाएं दे रही है। साथ ही, डबल इंजन की सरकार हर वर्ग के कल्याण पर पूरा ध्यान दे रही है।
किसानों और महिलाओं का कल्याण
डॉ. यादव ने बताया कि नया कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट किसानों से पराली खरीदेगा, जिससे उन्हें खेत के कचरे से भी कमाई होगी और खेत भी साफ हो जाएंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में भारत की प्रगति की प्रशंसा की और कहा कि राज्य सरकार महिलाओं और युवाओं को उनके अपने क्षेत्र में ही रोजगार देगी, ताकि उन्हें बाहर न जाना पड़े।
महिलाओं के लिए उन्होंने लाड़ली बहन योजना का जिक्र करते हुए कहा कि रक्षाबंधन पर 1500 रुपये दिए गए और भाईदूज से हर महीने 1500 रुपये मिलेंगे। किसानों के लिए, उन्होंने पीएम किसान सम्मान निधि में राज्य सरकार की ओर से अतिरिक्त राशि मिलाकर सालाना 12,000 रुपये दिए जाने की बात कही, जो किसानों के लिए एक बड़ी सौगात है।
पर्यावरण, स्वास्थ्य और शिक्षा
पर्यावरण संरक्षण और किसानों की आय बढ़ाने के लिए “एक बगिया मां के नाम” योजना शुरू की गई है, जिसके तहत स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को 3 लाख रुपये की मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने डॉ. अंबेडकर कामधेनु योजना के तहत 25 गायें खरीदने पर 10 लाख रुपये का अनुदान देने की भी घोषणा की, जिससे दूध उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में, उन्होंने सड़क हादसों के घायलों की मदद के लिए राहवीर योजना और एयर एंबुलेंस की शुरुआत को सरकार की संवेदनशीलता बताया। शिक्षा के लिए, प्रदेश में सांदीपनि विद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं और श्री राम के चरणों से जुड़े स्थलों को राम वन गमन पथ के रूप में विकसित किया जा रहा है।
कार्यक्रम में रीवा के सांसद श्री जनार्दन मिश्रा, विधायक श्री सिद्धार्थ तिवारी और कई अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद थे। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए 162 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की सराहना की, जिसमें चिल्लावाला पुल का निर्माण भी शामिल है।