एमएमएस कांड मामले में देवेन्द्र यादव ने चार घंटा दिया थाना में बयान

भिलाई। भिलाई विधानसभा क्षेत्र के युवा विधायक देवेन्द्र यादव आज सेक्टर 6 कोतवाली थाना पहुंचकर एमएमएस कांड मामले में चार घंटा अपना बयान दर्ज कराया। इस दौरान उनके साथ उनके पार्षद साथी व उनके समर्थक भी उपस्थित थे। विधायक देवेन्द्र यादव ने इस दौरान एक पन्ना का बयान कोतवाली थाना प्रभारी राजकुमार लहरे को दिया। गत 13 जुलाई को विधायक देवेन्द्र यादव के आवेदन पर एफआईआर दर्ज के पश्चात नोटिस जारी कर उनको बयान के लिए बुलवाया गया था।
देवेन्द्र ने बताया कि सर्वप्रथम पुलिस को 2 अगस्त 2023 को मेरे साथी देवेश पाणिग्रही ने आवेदन देकर वायरल हो रहे आपत्तिजनक विडियो की जानकारी दी थी और एफआईआर दर्ज करने व उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी। ज्ञातव्य हो कि ये सारा मामला गत नवंबर 2023 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान एक एमएमएस मार्फ विडियो वायरल हुआ था जिसमें एक युवक व एक लडकी के साथ नाजायज संबंध बना रहा है। भाजपा के कुछ लोगों द्वारा यह बताने का प्रयास किया गया था कि वह युवक भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव है।
उस दौरान भिलाई विधायक देवेन्द्र ने प्रेस कांफ्रेंस लेकर रोते हुए कहा था कि यह फर्जी एमएमएस मुझे बदनाम करने, मेरे चरित्रहनन करने और इसके माध्यम से मुझे चुनाव में पराजय करने के लिए यह सब किया जा रहा है। कोतवाली थाना में एमएमएस मामले में बयान देने के बाद हमारे संवाददाता से चर्चा करते हुए कहा कि विधानसभा सत्र प्रारंभ होने के पूर्व पुलिस व प्रशासन जागी है और उनका बयान लिये। श्री यादव ने आगे कहा कि प्रदेश के गृहमंत्री व डिप्टी सीएम तथा प्रदेश के प्रभारी मंत्री विजय शर्मा ने कवर्धा में हुए साधराम यादव की हुई हत्या जिसमें मैेनें वहां पहुंचकर मृतक परिवार का समर्थन किया था और उनकेा ढांढस बंधाया था।
इसके अलावा बलौदा बाजार में हुए कांड में भी मैं वहां गया था व सतनाम समाज को अपना समर्थन दिया था। सरकार निर्दोशों पर कार्यवाही न करें। वास्तविक लोगों को पकडे। उन्होंने अपने एमएमएस मामले में मैं सीबीआई जांच की मांग कर रहा हूं। मेरे द्वारा लगातार देवेश पाणिग्रही के माध्यम से कोतवाली पुलिस को अलग-अलग तिथि 2 अगस्त 2023, 15 नवंबर 2023, 29 जनवरी 2024 व 23 फरवरी को व चलते विधानसभा में भी मैं मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री को अपने लेटरहेड में एमएमएस कांड में जांच की मांग मैंने सरकार से की थी लेकिन 7 माह 20 दिन बाद इस मामले में एफआईआर दर्ज हुई। उसके बाद आज मेरा बयान लिया गया। मैं सीएम और एचएम से आग्रह किया था कि तत्कालीन विधायक व मंत्री रहे राजेश मूणत की भी सीडी कांड में सीबीआई जांच कराई गई थी। मैं भी दो बार का विधायक हूं। मेरे मामले में भी मूणत की तरह सीबीआई जांच होनी चाहिए।
मेरी वाईस रिकार्डिंग, विडियोंग्राफी, फोटोग्राफी या जो भी सेंपल है में देने को तैयार हूं। मेरे मामले में भी जनता को ये पूरा माजरा साफ और स्पष्ट दिखना चाहिए। मैं ना डरूंगा ना झूकूंगा। जब प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा दुर्ग आते हैं तो सतनामी समाज के युवाओं को डराते हैं कि हमें मालूम है कि बलौदा बाजार में किन किन लोगों का हाथ हैं। सतनामी समाज का युवा और मैं डरने वाले नही है। एचएम, उनकी पुलिस व भाजपा का आईटी सेल क्या कर रहा है ये जनता सब देख रही है? मेरे इस मामले में यदि मुझे न्याय नही मिलेगा तो मैं अपने इस मुद्देको विधानसभा में विशेषाधिकार के तहत उठाउंगा और जरूरत पडी तो मैं हाईकोर्ट व सुप्र्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाने से पीछे नही हटूंगा। मुख्यमंत्री से मेरी मांग है कि इस एमएमएस विडियों को किसने वायरल किया था और किसने इस विडियों को बनाया था। पुलिस जल्द उन आरोपियों को पकडे। एफआईआर होने के बाद पुलिस ने बताया कि ये विडियो रिसाली के एक युवक ने वायरल किया था और जिस मोबाईल नंबर से ये विडियो वायरल हुआ था वह हैदराबाद का नंबर है और आज पुलिस इस नंबर को विदेश के किसी व्यक्ति का नंबर होना बता रही है।
देवेन्द्र ने कहा कि फर्जी एमएमएस के माध्यम से मेरे चरित्र पर वार है। मुझे लोकतंत्र और संविधान पर पूरा भरोसा है। मैं इस मामले में प्राथी हूं न कि आरोपी। इसफर्जी एमएमएस कांड के सच्चाई को राज्य सरकार जनता के सामने लाये। उन्होंने आगे कहा कि पिछले सात माह से भाजपा सरकार बनने के बाद लूट मार मची हुई है। प्रदेश के लोगों से गुण्डा टेक्स वसूली जा रही है। आखिर ये सब क्या हो रहा है? इस दौरान विधायक देवेन्द्र यादव ने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद प्रदेश में कुर्सी, पावर व पॉवर दिखाने का कार्य चल रहा है।
आज अधिकारी व कर्मचारी भी भारी परेशान है क्योंकि किसी मामले में सीएम का फोन आता है उसके बाद एचएम का व इसके बाद नगरीय निकाय मंत्री का तो आखिर अधिकारी किसकी बात माने। उन्होंने प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा को आडे हाथों लेते हुए कहा कि जबसे विजय शर्मा प्रदेश के गृहमंत्री बने है तबसे यहां और अधिक अपराधिक घटनाएं बढी है। अपराधियों में पुलिस से डर नाम की कोई चीज नही रही है। फोरेंसिक लैब में हो जांच हर सैंपल देने तैयार विधायक देवेंद्र यादव ने कहा कि कोई भी टोग्राफी,वीडियोग्राफी वाइस सैंपलिंग के लिए वह तैयार है वीडियो की उच्च स्तरीय जांच देश के प्रतिष्ठित फॉरेंसिक लैब चंडीगढ़ और गांधीनगर में होनी चाहिए और अगर सैंपल देने के लिए उन्हें जाना पड़े तो उक्त स्थल पर भी वो जाएंगे। मॉर्फ वीडियो बनाने और प्रसारित करने वाले पर हो कार्यवाही पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच होनी चाहिए और इस मामले में संलिप्त दोषियों के ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए और जल्द से जल्द इन सब की गिरफ्तारी होनी चाहिए और मुझे न्याय मिलनी चाहिए सरकार अपना रही दोहरा रवैया विधायक देवेंद्र यादव ने बताया कि एक और एक मामले में सरकार के तत्कालीन मंत्री के ऊपर आपत्तिजनक वीडियो के मामले में सीबीआई की जांच की जाती है और दूसरी तरफ विपक्ष के विधायक के सात महीने आवेदन देने पर भी सिर्फ एफआईआर होती है और कोई जांच नहीं की जाती ।
















