ज़्यादा नींद लेना बन सकता है इन बीमारियों का बुलावा

हेल्थ न्युज (एजेंसी)। अच्छी सेहत के लिए पर्याप्त नींद लेना बेहद ज़रूरी है, लेकिन ज़रूरत से ज़्यादा सोना आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। अक्सर छुट्टी के दिन हमारा मन ज़्यादा देर तक सोने का करता है, लेकिन अगर यह आपकी आदत बन जाए, तो धीरे-धीरे कई स्वास्थ्य (Health) समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। जी हाँ, अधिक देर तक सोने से आपको मोटापा (obesity) से लेकर मधुमेह (diabetes) जैसी गंभीर बीमारियाँ घेर सकती हैं। आइए जानते हैं, ज़्यादा सोने से होने वाले प्रमुख नुकसान क्या हैं।
प्रमुख स्वास्थ्य जोखिम
वजन बढ़ना (मोटापा)
अधिक समय तक सोने से आपकी शारीरिक गतिविधि लगभग खत्म हो जाती है। व्यक्ति अपना ज़्यादातर समय खाने, बैठने या सोने में बिताता है। यह जीवनशैली आगे चलकर वजन बढ़ने और मोटापे का कारण बनती है। इसके अलावा, शारीरिक गतिविधि की कमी से पाचन क्रिया (Digestion) धीमी हो जाती है, जिससे कब्ज जैसी समस्याएँ भी हो सकती हैं।
मधुमेह का खतरा
जब आप ज़्यादा देर तक सोते हैं, तो शरीर की फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है, जिससे आपका शुगर लेवल बढ़ने का जोखिम बढ़ जाता है। ‘जर्नल पीएलओएस’ में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, 9 घंटे से ज़्यादा नींद लेने वाले व्यक्तियों में मधुमेह (Diabetes) विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है।
हृदय रोग (दिल की बीमारियाँ)
अमेरिकन एकेडमी ऑफ स्लीप मेडिसिन की एक स्टडी बताती है कि ज़्यादा नींद लेने से हृदय रोगों (Heart Diseases) का खतरा बढ़ जाता है। इस अध्ययन के मुताबिक, जो महिलाएँ रोज़ाना 9 से 11 घंटे की नींद लेती हैं, उनमें दिल की बीमारियों की आशंका 38 प्रतिशत तक अधिक होती है।
अवसाद (डिप्रेशन) की संभावना
यह जानकर आपको हैरानी होगी कि ज़रूरत से ज़्यादा सोना भी डिप्रेशन का एक कारण बन सकता है। ‘पीएलओएस’ में छपे हालिया अध्ययन के अनुसार, अत्यधिक नींद लेना अवसाद को बढ़ावा दे सकता है। इतना ही नहीं, ज़्यादा सोने से व्यक्ति के भीतर पूरे दिन सुस्ती बनी रहती है और उसका मन रोज़मर्रा के कामों में भी नहीं लगता है।
पीठ और शरीर में दर्द
वे लोग जो लंबे समय तक कुर्सी पर बैठकर काम करते हैं, यदि वे अधिक देर तक सोते हैं, तो उन्हें पीठ दर्द, गर्दन और कंधों में दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
उपरोक्त दी गई जानकारी सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए है और इसे किसी चिकित्सीय सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। हम इसकी सत्यता या सटीकता की जाँच का दावा नहीं करते हैं। किसी भी स्वास्थ्य समस्या या सवाल के लिए हमेशा डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।
















