छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में पर्यटन को नई ऊँचाई देंगे पत्रकारों के अनुभव : मुख्यमंत्री साय

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि पत्रकारों की लेखनी केवल खबरें पहुँचाने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह राज्य के पर्यटन को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने का एक प्रभावी जरिया भी है। यह बात उन्होंने राजस्थान के अध्ययन प्रवास से लौटे पत्रकारों के एक प्रतिनिधिमंडल से चर्चा के दौरान कही।

प्रमुख बिंदु: मुख्यमंत्री की चर्चा के मुख्य अंश

अनुभवों का साझाकरण: राजस्थान की प्रशासनिक कार्यप्रणाली और वहां के पर्यटन नवाचारों का अध्ययन कर लौटे पत्रकारों ने मुख्यमंत्री निवास में अपने अनुभव साझा किए।

नई पहल की संभावना: मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अंतर्राज्यीय भ्रमण का उद्देश्य दूसरे राज्यों की अच्छी नीतियों को समझना है, ताकि उन्हें छत्तीसगढ़ की परिस्थितियों के अनुरूप लागू किया जा सके।

नक्सलवाद का अंत और पर्यटन: सीएम साय ने दोहराया कि मार्च 2026 तक राज्य से नक्सलवाद को खत्म करने का लक्ष्य है। उन्होंने बस्तर को ‘धरती का स्वर्ग’ बताते हुए कहा कि शांति बहाली से यहां पर्यटन की संभावनाएं और बढ़ेंगी।

नई उद्योग नीति: राज्य की नई उद्योग नीति में पर्यटन को विशेष स्थान दिया गया है। होम-स्टे और ग्रामीण पर्यटन के जरिए स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ने पर जोर दिया जा रहा है।

पत्रकारों के सुझाव और अनुभव

अध्ययन दल के सदस्यों ने राजस्थान की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में पर्यटन विकास के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए:

पत्रकार का नाम,मुख्य सुझाव / अनुभव

श्री विजय त्रिपाठी,राजस्थान विधानसभा की तरह छत्तीसगढ़ में भी विधायी प्रक्रिया को समझाने के लिए एक भव्य संग्रहालय का निर्माण।
श्री विजय खेत्रपाल,पुराने किलों के संरक्षण और रेगिस्तानी सफारी की तर्ज पर छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक स्थलों को आधुनिक सुविधाओं से जोड़ना।
श्री अर्जुन झा,’चोखी ढाणी’ की तर्ज पर बस्तर की लोक संस्कृति और खान-पान को एक ही मंच पर प्रदर्शित करने के लिए ‘बस्तर पंडुम’ जैसा नवाचार।
श्री टिंकेश्वर तिवारी,छत्तीसगढ़ी व्यंजनों (गढ़कलेवा) को पर्यटन केंद्रों पर प्रमुखता से प्रचारित करना।

विशेष उपलब्धि: मुख्यमंत्री ने गर्व के साथ उल्लेख किया कि छत्तीसगढ़ के धुड़मारास गांव को विश्व के शीर्ष 20 पर्यटन स्थलों में शामिल किया जाना राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।

भविष्य की रूपरेखा

मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से आग्रह किया कि वे अपनी इस यात्रा को एक ‘ट्रैवलॉग’ (यात्रा-वृत्तांत) के रूप में लिखें, जो पर्यटकों के लिए एक गाइड बुक की तरह काम करे। उन्होंने आश्वस्त किया कि पत्रकारों द्वारा दिए गए सुझावों पर सरकार गंभीरता से विचार करेगी और उन्हें धरातल पर उतारेगी।

इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री को राजस्थानी साफा पहनाकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जनसंपर्क विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद थे।

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