छत्तीसगढ़

स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने किया लौह कला प्रदर्शनी व बिक्री केंद्र का शुभारंभ

रायपुर। छत्तीसगढ़ लौह एवं शिल्पकार विकास बोर्ड ने रायपुर के टाउन हॉल में तीन दिवसीय लौह कला प्रदर्शनी-सह-बिक्री केंद्र का आयोजन किया। 10 अक्टूबर 2025 को, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, पश्चिम विधानसभा के विधायक राजेश मूणत, और महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने मिलकर इस प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।

प्रदर्शनी का उद्देश्य और विवरण

छत्तीसगढ़ लौह शिल्पकार विकास बोर्ड के अध्यक्ष प्रफुल्ल विश्वकर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री साय के नेतृत्व में, बोर्ड राज्य के लौह शिल्पकारों को उनके बनाए उत्पादों को बेचने के लिए एक बेहतर मंच प्रदान करने के उद्देश्य से समय-समय पर ऐसी प्रदर्शनियाँ आयोजित करता है।

यह तीन दिवसीय आयोजन 9 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक चलेगा।

स्टॉल: इस प्रदर्शनी में लौह शिल्पकारों के 12 स्टॉल लगाए गए हैं, जहाँ उनके निर्मित उत्पादों का भव्य प्रदर्शन और विक्रय किया जा रहा है।

कलाकृतियाँ: इसमें छत्तीसगढ़ की विश्व प्रसिद्ध कलाकृतियाँ, जैसे बस्तर आदिवासी लौह शिल्प, बस्तर आर्ट, पुरखौती लौह शिल्प, संस्कृति लौह शिल्प, और परम्परा लौह शिल्प का विशाल संग्रह बिक्री के लिए उपलब्ध है।

समय: यह प्रदर्शनी आम जनता के लिए दोपहर 12 बजे से रात्रि 9 बजे तक खुली रहेगी।

अतिथियों का अवलोकन और वक्तव्य

उद्घाटन के अवसर पर, मंत्री जायसवाल, विधायक मूणत, महापौर चौबे, और भाजपा प्रदेश मंत्री ने प्रदर्शनी का दौरा किया। उन्होंने लौह शिल्पियों और कारीगरों को बधाई और शुभकामनाएँ देकर उनका हौसला बढ़ाया।

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल का संबोधन

मंत्री जायसवाल ने अपने संबोधन में कहा कि इस लौह शिल्पकला प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ की कला और परम्परा की झलक स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। उन्होंने जोर दिया कि राज्य सरकार ‘वोकल फॉर लोकल’ के तहत हस्तनिर्मित वस्तुओं को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

उन्होंने घोषणा की कि भविष्य में, विष्णु देव सरकार लौह शिल्प को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहित करने के लिए:

कौशल विकास प्रशिक्षण

बिक्री केंद्र

ऋण

आदि की सुविधाएँ प्रदान करेगी, ताकि दूरदराज के ग्रामीण अंचलों में रहने वाले लोगों को लाभ मिल सके।

विधायक राजेश मूणत की प्रशंसा

राजेश मूणत ने कहा कि प्रदेश के हस्त शिल्पकारों की प्रतिभा केवल भारत में ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। उन्होंने इस बात की सराहना की कि शिल्पकारों ने कितनी खूबसूरती से सामान्य लोहे को अपनी कला के माध्यम से एक रूप और कलाकृति प्रदान की है।

महापौर मीनल चौबे के विचार

महापौर मीनल चौबे ने टिप्पणी की कि छत्तीसगढ़ लौह शिल्पकार विकास बोर्ड को पहले कम ही लोग जानते थे, लेकिन आज इसे व्यापक पहचान मिल रही है। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनी बस्तर जैसे ग्रामीण क्षेत्रों से आए कलाकारों को न केवल अपनी कला दिखाने का अवसर देती है, बल्कि रोजगार के सुनहरे मौके भी प्रदान करती है। उन्होंने आश्वासन दिया कि राजधानी रायपुर में भी लौह शिल्प कला से बनी वस्तुओं को बढ़ावा देने के लिए बिक्री केंद्र की सुविधाएँ प्रदान करने का पूरा प्रयास किया जाएगा।

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