अच्छी सेक्स लाइफ के लिए फायदेमंद है अदरक

नई दिल्ली (एजेंसी)। अदरक ऐसी मूल्यवान चीज है जिसमें कई मेडिकल गुण पाए जाते हैं। यह कई बीमारियों को होने से बचाता है। भारतीय आयुर्वेद में इसके कई गुणों का बखान है। हेल्थ लाइन की खबर के मुताबिक पारंपरिक चिकित्सा के रूप में लंबे समय से इसका इस्तेमाल कामोत्तेजना और कुदरती रूप से कामेच्छा को बढ़ाने के लिए किया जाता रहा है।
दरअसल, अदरक एक एप्रोडिजिएक या कामोत्तेजना बढ़ाने वाला फूड है। इसके सेवन से प्रीमैच्योर इजैक्युलेशन जैसी सेक्शुअल प्रॉब्लम भी खत्म किया जा सकती है। कुछ रिसर्च में यह पाया गया है कि अदरक सेक्स ड्राइव पर सीधा असर करता है। यह ब्लड फ्लो को तेज करता है जिससे सेक्स ड्राइव बढ़ने में मदद मिलती है। रिसर्च में यह भी पाया गया कि अदरक खाने से ब्लड प्रेशर की समस्या भी ठीक होती है।
सेक्स के लिए इस तरह फायदेमंद है अदरक
कुछ अध्ययनों के मुताबिक ऑक्सीडेटिव तनाव शरीर में एंटीऑक्सीडेंट और फ्री रेडिकल्स के संतुलन को बिगाड़ देते हैं, जिससे शरीर की कोशिकाओं में सूजन बनने लगती हैं और कई कोशिकाएं क्षतिग्रस्त होने लगती है। इससे फर्टिलिटी और सेक्स ड्राइव दोनों पर असर पड़ता है।
अध्ययनों से यह साबित हुई है कि अदरक में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने की क्षमता है, साथ ही यह सूजन को भी कम करता है। उम्र बढ़ने के साथ जो बदलाव आते हैं, उसकी समस्या भी दूर होती है। अध्य/न में यह भी कहा गया है कि अदरक इरेक्टाइल डिसफंक्शन में भी फायदेमंद है।
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क रिसर्च के मुताबिक अदरक टेस्टोरोन और ल्यूटीनाइजिंग हॉर्मोन को बढ़ाता है जिससे महिला और पुरुष दोनों में फर्टिलिटी की क्षमता का विकास होता है। अदरक सीमेन की गुणवत्ता और गतिशीलता को भी बढ़ाता है।
चूहों पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि अदरक पोलीसिस्टक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) को संतुलित करता है। पीसीओएस के कारण महिलाओं में फर्टिलिटी की क्षमता घट जाती है। एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि अदरक में फॉल्यूकूलोजेनेसिस की प्रक्रिया को तेज करने की क्षमता है। फॉल्यूकूलोजेनेसिस महिलाओं के गर्भाश्य में अंडे के मैच्योर होने की प्रक्रिया है।
सेक्स ड्राइव के अलावा अदरक के कई अन्य फायदे हैं। यह सर्दी-खांसी से लेकर दिल की कई गंभीर बीमारियों को भी ठीक करता है। अदरक का सेवन करने से ट्यूमर (गांठ), पेट के रोग, बवासीर, सूजन, डायबिटीज, सांसों की तकलीफ, जुकाम, भूख की कमी, अपच, सूखा रोग, पीलिया, मनोविकार, खांसी तथा कफ-वृद्धि आदि रोगों में लाभ होता है।