टाइफॉयड के बुखार में कैसे करें रिकवरी, जानें किन चीजों के सेवन से मिलेगा लाभ

हेल्थ न्युज (एजेंसी)। टायफायड का जानलेवा बुखार साल्मोनेला टाइफी नामक बैक्टीरिया से फैलता है। इस बीमारी में शरीर में खून की कमी होने लगती है और हमारा इम्यून सिस्टम (रोग प्रतिरोधक क्षमता) और लिवर ठीक से काम करना बंद कर देते हैं। इसमें तेज बुखार आता है, जिससे शरीर तपने लगता है। कई बार दस्त या डायरिया जैसी समस्याएँ भी हो जाती हैं। टायफायड में डॉक्टर मरीज़ को एक खास तरह की डाइट (आहार) लेने की सलाह देते हैं।
टायफायड में क्या खाना चाहिए?
टायफायड के बुखार में मरीज़ काफी कमज़ोरी महसूस करता है। ऐसे में शरीर को ताकत देने के लिए कुछ खास तरह के खाने की ज़रूरत होती है:
डेयरी उत्पाद
शरीर को तुरंत ऊर्जा देने के लिए दही जैसे डेयरी उत्पाद बहुत फायदेमंद होते हैं।
तरल पदार्थ
टायफायड में प्यास कम लगने के कारण रोगी डीहाइड्रेशन का शिकार हो सकता है, जिससे दस्त या डायरिया की समस्या बढ़ सकती है। इस ख़तरे से बचने के लिए, ज़्यादा से ज़्यादा तरल पदार्थ लें। रोज़ाना कम से कम 8 गिलास पानी पिएँ। नारियल पानी इस बीमारी में बहुत फायदेमंद माना जाता है।
कार्बोहाइड्रेट युक्त आहार
टायफायड के बुखार में ज़्यादा कार्बोहाइड्रेट वाली चीज़ें खाने से भी शरीर को फ़ायदा होता है। लेकिन ध्यान रखें कि आप जो भी खा रहे हैं, उसे पचाने में कोई परेशानी न हो। उबले हुए आलू या उबले हुए चावल इसमें फायदेमंद हो सकते हैं।
मुनक्का
टायफायड के बुखार से राहत पाने के लिए मुनक्का एक बेहतरीन चीज़ है। इसे यूनानी चिकित्सा में भी इस्तेमाल किया जाता है। मुनक्का को सेंधा नमक के साथ या तवे पर भूनकर खाने से टायफायड का बुखार कम हो जाता है। तेज़ बुखार आने पर आप 4-5 मुनक्का भूनकर खा सकते हैं।
हाई-कैलोरी फूड
टायफायड के बुखार में डॉक्टर रोगी को हाई-कैलोरी वाला खाना खाने की सलाह देते हैं। इस बुखार में शरीर कमज़ोर हो जाता है और वज़न भी घटने लगता है। ऐसे में ज़्यादा कैलोरी वाली चीज़ें शरीर को ताक़त देती हैं। आप केला, शकरकंद, और पीनट बटर जैसी चीज़ें खा सकते हैं।