कम नींद लेने वाले हो जाए सावधान, नई स्टडी में हुआ हैरान कर देने वाला खुलासा

हेल्थ न्युज (एजेंसी)। आज के दौर में बहुत से लोग देर रात तक जागते हैं, जिससे उनका सोने का तरीका बिगड़ जाता है और वे पूरी नींद नहीं ले पाते। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए हर दिन 6-7 घंटे की नींद बहुत ज़रूरी है। इससे कम सोने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
कम नींद लेने से मोटापा, दिल की बीमारियाँ, मधुमेह (डायबिटीज़), डिप्रेशन और तनाव (एंग्ज़ायटी) जैसी बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इन नकारात्मक प्रभावों के बारे में आपने शायद पहले भी सुना होगा, लेकिन हाल ही में हुई एक रिसर्च में नींद से जुड़ी एक हैरान करने वाली बात सामने आई है।
कम नींद का हमारे व्यवहार पर असर
एक नई स्टडी से पता चला है कि जो लोग पूरी नींद नहीं लेते, उनके व्यवहार में बड़ा बदलाव आता है। ऐसे लोगों में दूसरों की मदद करने की भावना कम हो जाती है। रिसर्च के मुताबिक, नींद पूरी न होने से लोगों का व्यवहार बदल जाता है और वे दूसरों की मदद करने में रुचि नहीं दिखाते। इसके विपरीत, जो लोग अच्छी और पूरी नींद लेते हैं, उनमें दूसरों की मदद करने की भावना ज़्यादा होती है।
सरल शब्दों में कहें तो, नींद का असर सिर्फ हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर ही नहीं, बल्कि हमारे व्यवहार पर भी पड़ता है। धीरे-धीरे हमारे व्यवहार में बदलाव आने लगता है।
व्यवहार और सहानुभूति पर प्रभाव
कई रिसर्च से यह साबित हुआ है कि जब हम पर्याप्त नींद नहीं लेते, तो हमारे दिमाग के उन हिस्सों की कार्यक्षमता कम हो जाती है जो सहानुभूति और मदद की भावना से जुड़े होते हैं। नींद हमारे मूड और व्यवहार को भी प्रभावित करती है। यही वजह है कि जब नींद पूरी नहीं होती, तो ज़्यादातर लोगों का मूड खराब रहता है, जिससे दूसरों की मदद करने की इच्छा कम हो जाती है। यह बदलाव सभी में नहीं होता, लेकिन बड़ी संख्या में लोग इससे प्रभावित होते हैं।
अच्छी नींद से मानसिक समस्याओं में राहत
अगर आप हर दिन 7-8 घंटे की नींद लेते हैं, तो आपकी मानसिक सेहत काफी बेहतर हो सकती है। पर्याप्त नींद लेने से तनाव कम होता है और तनाव (एंग्ज़ायटी) व डिप्रेशन का खतरा भी कम हो जाता है। इसके अलावा, अच्छी नींद लेने से मोटापा और दिल की बीमारियों का खतरा भी काफी हद तक कम हो जाता है।
आजकल ज़्यादातर बीमारियों की वजह हमारी बिगड़ती जीवनशैली है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि हमें अपनी जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव लाने चाहिए ताकि हम बीमारियों से दूर रह सकें।