बच्चों को गैजेट्स की लत से कैसे बचाएं?

नई दिल्ली (एजेंसी)। आज के दौर में टेक्नोलॉजी ने हमारे हर काम को बेहद आसान बना दिया है। जो काम पहले घंटों लेते थे, अब वे मिनटों या सेकंडों में हो जाते हैं। जहाँ एक ओर टेक्नोलॉजी कई तरह से इंसानों को लाभ पहुँचा रही है, वहीं दूसरी ओर यह कई मामलों में नुकसानदेह भी साबित हो रही है।
समय के साथ टेक्नोलॉजी का उपयोग लगातार बढ़ता जा रहा है, और इसका सबसे बड़ा असर बच्चों पर पड़ रहा है। बच्चे अब बाहर मैदानों में खेलने के बजाय, अपना ज़्यादातर समय मोबाइल, कंप्यूटर और टीवी जैसे गैजेट्स पर बिताने लगे हैं।
आजकल के बच्चे गैजेट्स के आदी होते जा रहे हैं, जिसके कारण उनका बचपन छिन रहा है। अगर आपके बच्चे को भी गैजेट्स की लत लग गई है और वह अपना कीमती बचपन खो रहा है, तो हम आपको कुछ ऐसे आसान और असरदार तरीकों के बारे में बता रहे हैं, जिनसे आप उनकी यह आदत छुड़वा सकते हैं।
नियमित व्यायाम और शारीरिक गतिविधि है ज़रूरी
बच्चों को गैजेट्स से दूर रखने का सबसे प्रभावी तरीका है उन्हें नियमित रूप से कसरत (एक्सरसाइज) करवाना। व्यायाम का सीधा असर दिमाग की कार्यक्षमता पर पड़ता है। जो बच्चे लगातार शारीरिक गतिविधि करते हैं, उनकी सोचने की क्षमता (थिंकिंग स्किल्स) कभी कम नहीं होती। साथ ही, उन्हें यह बात भी समझ आती है कि गैजेट्स उनकी सेहत के लिए कितने हानिकारक हो सकते हैं।
चिड़चिड़ापन होगा कम, मूड रहेगा बेहतर
‘प्रोसिडिंग्स ऑफ द नेशनल अकादमी ऑफ साइंसेस’ नामक मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, जो बच्चे व्यायाम करते हैं, वे अधिक शांत रहते हैं। इसलिए, यदि गैजेट्स के अत्यधिक उपयोग के कारण आपका बच्चा चिड़चिड़ा हो गया है, तो उसे फिजिकल एक्टिविटी करवाना सबसे सरल उपाय है।
शारीरिक गतिविधि करने से शरीर में बीटा-एंडोर्फिन हार्मोन निकलता है, जो दर्द निवारक मॉर्फिन से भी ज़्यादा शक्तिशाली होता है। इसके अलावा, यह केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (सेंट्रल नर्वस सिस्टम) में सेरोटॉनिन नामक हार्मोन की मात्रा को भी बढ़ाता है। यह वही हार्मोन है जिसके कारण हमें खुशी और अच्छा महसूस होता है।
योग और सुबह जल्दी उठने की आदत डालें
अक्सर बच्चे घंटों या लगातार कई दिनों तक गैजेट्स इस्तेमाल करते रहते हैं, जिसका उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है और वे जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने लगते हैं। ऐसे में, बच्चों को गैजेट्स से दूर करना बहुत आवश्यक है।
अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा गैजेट्स से दूरी बनाए और स्वस्थ रहे, तो उसे सुबह जल्दी उठने और योग करने की आदत डालें। यह आदतें उसके दिमाग को स्थिर रखेंगी और वह स्वस्थ बना रहेगा।
योग शरीर में ऊर्जा के स्तर को बढ़ाकर रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) को मजबूत बनाने में सहायक है। इससे बच्चे कम बीमार पड़ते हैं और यह शारीरिक दर्द से राहत दिलाने में भी मदद करता है।
















