भारत-बांग्लादेश के बीच बढ़ा तनाव : मोहम्मद यूनुस ने पाक जनरल को सौंपा विवादित नक्शा

नई दिल्ली (एजेंसी)। बांग्लादेश और भारत के रिश्तों में एक बार फिर तनाव बढ़ने की आशंका है। इस बार वजह बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार मोहम्मद यूनुस द्वारा पाकिस्तान को दिया गया एक तोहफा हो सकता है। खबरों के अनुसार, यूनुस ने पाकिस्तानी जनरल को जो नक्शा भेंट किया, उसमें भारत के पूर्वोत्तर राज्यों को बांग्लादेश का हिस्सा दिखाया गया है। फिलहाल, इस मामले पर भारत की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
पाकिस्तान के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी प्रमुख जनरल साहिर शमशाद मिर्जा ने यूनुस से मुलाकात की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बैठक के दौरान यूनुस ने पाकिस्तानी जनरल को एक नक्शा दिया, जिसमें असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों को कथित तौर पर बांग्लादेश के हिस्से के रूप में दर्शाया गया है। यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब पहलगाम आतंकवादी घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के संबंध पहले से ही तनावपूर्ण हैं।
यह पहली बार नहीं है जब विवाद पैदा किया गया
पिछले कुछ महीनों से यूनुस लगातार भारत के पूर्वोत्तर राज्यों का जिक्र कर रहे हैं।
चीन यात्रा के दौरान टिप्पणी: अप्रैल में अपनी चीन यात्रा के दौरान उन्होंने कहा था, “भारत के सात राज्य, भारत का पूर्वी हिस्सा… वे सभी लैंडलॉक देश हैं। उनके पास समुद्र तक पहुंचने का कोई रास्ता नहीं है।”
समुद्र का संरक्षक: उन्होंने आगे कहा था, “इस क्षेत्र के लिए हम ही समुद्र के संरक्षक हैं। इससे बड़ी संभावनाएं खुलती हैं। ऐसे में यह चीनी अर्थव्यवस्था का विस्तार हो सकता है।” यूनुस के इस तरह के बयानों पर पहले भी भारत ने कड़ी आपत्ति जताई थी।
पाकिस्तान से मुलाकात और चर्चा
जनरल मिर्जा ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख यूनुस से मुलाकात के दौरान यह इच्छा व्यक्त की कि उनका देश ढाका के साथ संबंधों को मजबूत करने को उत्सुक है।
बैठक का विवरण: यूनुस के प्रेस कार्यालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, यह बैठक शनिवार देर रात उनके आधिकारिक आवास पर हुई।
चर्चा के मुद्दे: बयान में बताया गया कि मिर्जा और यूनुस ने बांग्लादेश-पाकिस्तान संबंधों से जुड़े कई मुद्दों पर बातचीत की, जिनमें द्विपक्षीय व्यापार, निवेश और रक्षा सहयोग शामिल हैं।
गलत सूचना पर चिंता: उन्होंने “गलत सूचना और गैर-सरकारी तत्वों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में शांति और स्थिरता को कमजोर करने के लिए सोशल मीडिया के दुरुपयोग” की बढ़ती चुनौती पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।
संबंधों को मजबूत करने पर जोर: बयान के अनुसार, मिर्जा ने दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और लोगों के बीच संबंधों पर जोर दिया और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने की पाकिस्तान की इच्छा से अवगत कराया।
कनेक्टिविटी पर बात: मिर्जा ने यह भी कहा कि कराची और चटगांव के बीच समुद्री मार्ग चालू है, जबकि ढाका-कराची हवाई मार्ग कुछ ही महीनों में शुरू होने की उम्मीद है।
















