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आज का व्रत व त्यौहार : आज प्रदोष व्रत

न्युज डेस्क (एजेंसी)। हिंदू धर्म में त्रिदेवों में भगवान शिव सभी के आराध्य देव हैं। भगवान शिव की जिस पर कृपा हो जाती है उसको जीवन में कभी किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है। माघ का महीना अपने अंतिम चरण में है, इस महीने की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाएगा। लोग इस दिन महादेव की शरण में आने के लिए उनके निमित्त पूजा-पाठ और व्रत रखते हैं। प्रदोष व्रत प्रत्येक माह की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है।

प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त

प्रदोष व्रत – 21 फरवरी 2024 दिन बुधवार
माघ माह शुक्ल पक्ष त्रयोदशी तिथि प्रारंभ- 21 फरवरी 2024 दिन बुधवार को सुबह 11 बजकर 27 मिनट से शुरू।
माघ माह शुक्ल पक्ष त्रयोदशी तिथि समापन- 22 फरवरी 2024 दिन गुरुवार दोपहर 1 बजकर 21 मिनट पर समाप्ति।
प्रदोष व्रत की पूजा का समय- 21 फरवरी 2024 दिन बुधवार को शाम 6 बजकर 15 मिनट से लेकर 8 बजकर 47 मिनट तक। यह समय प्रदोष काल कहलाता है जिसमें शिव और पार्वती जी की आराधना करना सर्वश्रेष्ठ होता है।
प्रदोष व्रत की क्या है पूजा विधि
प्रदोष व्रत वाले दिन प्रातः सूर्योदय में स्नान आदि से निवृत होकर स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें।
इसके बाद प्रदोष व्रत को रखने का जल से आचमन कर संकल्प लें।
पूजा पद्धति के अनुसार इस दिन आप शिवलिंग पर बेल पत्र, धतूरा, शमी की पत्ति इत्यादि आर्पित कर इसका पूजन कर सकते हैं।
इसके साथ आप भगवान शिव के ऊँ नमः शिवाय मंत्र का 11 माला जाप भी कर सकते हैं।
इसी के साथ आप प्रदोष व्रत के दिन महादेव की अनुकंपा पाने कि लिए शिव चालीसा, शिवाष्टकम् स्त्रोत, शिव पुराण आदि का पाठ कर सकते हैं।
ज्यादातर प्रदोष व्रत का पूजन प्रदोष काल के समय करना चाहिए। इस दौरान भगवान शिव और मां पार्वती की विधिवत तरह से आराधना करनी चाहिए।

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