देश-विदेश

संसद भवन से विदाई लेना एक भावुक पल : प्रधानमंत्री मोदी

दिल्ली (वीएनएस)। संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र की शुरुआत सोमवार से  हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निचले सदन यानी लोकसभा को संबोधित करते हुए  75 साल की संसदीय यात्रा को याद किया। अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भले ही 19 सितंबर से आगामी सत्र नए भवन में आयोजित किए जाएंगे, लेकिन पुराना संसदीय भवन लाखों भारतीयों को प्रेरणा देता रहेगा।

उन्होंने यह भी कहा कि नए परिसर में जाने से पहले इस संसद भवन से जुड़े प्रेरणादायक क्षणों को याद करने का समय आ गया है।
उन्होंने कहा, ‘हम इस संसद के निर्माण में लगे परिश्रम, कड़ी मेहनत और धन को कभी नहीं भूल सकते।’

लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा, ‘…हम सभी इस ऐतिहासिक इमारत को अलविदा कह रहे हैं। आजादी से पहले यह सदन इंपीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल की जगह था। आजादी के बाद इसे संसद भवन की पहचान मिली। यह सच है कि इस इमारत के निर्माण का निर्णय विदेशी शासकों ने लिया था, लेकिन हम कभी नहीं भूल सकते और गर्व से कह सकते हैं कि इसके निर्माण में जो मेहनत, मेहनत और पैसा लगा, वह मेरे देशवासियों का था।’

उन्होंने कहा कि ये सदन से विदाई लेना एक भावुक पल है। उन्होंने कहा कि परिवार जब एक पुराना घर छोड़कर नए घर जाता है तो बहुत सारी यादें एक पल के लिए उसे झकझोर देती हैं। और हम जब इस सदन को छोड़कर जा रहे हैं तो हमारा मन-मस्तिष्क भी उन भावनाओं से भरा हुआ है। अनेक यादों से भरा हुआ है।

संबोधन के दौरान पीएम मोदी  ने संसदीय कार्यवाही की जिक्र किया और कहा कि इस संसद में कई तरह में कई तरह के अनुभव रहे हैं। नोक-झोंक से लेकर उत्साह औऱ उमंग की यादों को पीएम मोदी ने याद किया।

पीएम मोदी ने कहा- संसद के आतंकी हमले को कोई नहीं भूल सकता है

पीएम मोदी ने पुरानी बिल्डिंग में आज अंतिम कामकाज के दिन संबोधित करते हुए कहा, ‘ना जाने कितने ही अनगिनत लोग होंगे, जिन्होंने हम सब अच्छे तरीके से काम कर सकें, तेजी से काम कर सकें, उसके लिए जिस-जिस ने भी योगदान दिया, उन्हें मैं विशेष रूप से भी और इस सदन की तरफ से भी नमन करता हूं. आतंकी हमला हुआ, पूरे विश्व में ये हमला एक इमारत पर नहीं था, बल्कि एक प्रकार से हमारी जीवात्मा पर ये हमला था।’

उन्होंने कहा, ‘ये देश उस घटना को कभी नहीं भूल सकता है। लेकिन आतंकियों से लड़ते- लड़ते, सदस्यों को बचाने के लिए जिन्होंने अपने सीने पर गोलियां झेलीं आज मैं उनको भी नमन करता हूं।

पत्रकारों पर क्या बोले पीएम मोदी ?

प्रधानमंत्री मोदी ने संसद सत्र के संबोधन में उन पत्रकारों को भी याद किया जो कई दिनों से संसद में रिपोर्टिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘ऐसे पत्रकार जिन्होंने संसद को कवर किया, शायद उनके नाम जाने नहीं जाते होंगे लेकिन उनको कोई भूल नहीं सकता है। सिर्फ खबरों के लिए ही नहीं, भारत की इस विकास यात्रा को संसद भवन से समझने के लिए उन्होंने अपनी शक्ति खपा दी।’ खबरों के लिए के लिए नहीं, बल्कि भारत की विकास यात्रा के लिए उन्होंने सबकुछ खपा दिया, उनको याद करने का समय है- जैसी ताकत यहां की दीवारों की रही है, वैसा ही दर्पण उनकी कलम में रहा है। कई पत्रकार बंधुओं के लिए भी ये सदन छोड़ना आज भावुक पल रहा होगा।’

पीएम मोदी ने महिला सांसदों के योगदान को सराहा

पीएम मोदी ने कहा, महिला सांसदों की संख्या पहले भले ही कम रही हो, लेकिन धीरे-धीरे उनका प्रतिनिधित्व, योगदान बढ़ रहा है। करीब-करीब 7,500 से अधिक जनप्रतिनिधि अबतक दोनों सदनों में अपना योगदान दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस कालखंड में करीब 600 महिला सांसदों ने दोनों सदनों की गरिमा को बढ़ाया है।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button