ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर चिदंबरम के बयान ने मचाया बवाल, बीजेपी हुई हमलावर

नई दिल्ली (एजेंसी)। संसद के मानसून सत्र में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पहलगाम आतंकी हमले पर बहस से ठीक पहले कांग्रेस नेता और पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम के एक बयान ने जबरदस्त राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है। चिदंबरम ने एक इंटरव्यू में सवाल उठाते हुए कहा, “क्या हमले में शामिल आतंकी वाकई पाकिस्तान से आए थे? क्या इसका कोई सबूत है?” उन्होंने यह भी आशंका जताई कि हमले में घरेलू आतंकी भी शामिल हो सकते हैं।
भाजपा का तीखा हमला, कांग्रेस पर पाकिस्तान समर्थक होने का आरोप
चिदंबरम के इस बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस पर पाकिस्तान की तरफदारी का आरोप लगाते हुए कहा कि “जब भी भारत आतंकवाद के खिलाफ खड़ा होता है, कांग्रेस पाकिस्तान के बचाव में खड़ी हो जाती है।” उन्होंने चिदंबरम को “भगवा आतंक का झूठ गढ़ने वाला” नेता करार दिया।
पीएम मोदी की चुप्पी पर भी उठाया सवाल
चिदंबरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा और कहा कि “जब पीएम रैलियों में भाषण दे सकते हैं तो संसद में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चुप क्यों हैं?” उन्होंने ऑपरेशन में हुए संभावित नुकसान को सरकार द्वारा छिपाने का आरोप लगाया और कहा कि भारत को भी ब्रिटेन की तरह युद्ध में होने वाले नुकसान की जानकारी सार्वजनिक करनी चाहिए।
कांग्रेस बनाम भाजपा: संसद में टकराव तय
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस पर पाकिस्तान के समर्थन का आरोप लगाते हुए कहा कि “मुंबई हमलों से लेकर सर्जिकल स्ट्राइक तक, कांग्रेस हमेशा आतंक के खिलाफ खड़े होने में पीछे रही है।”
वहीं बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने चिदंबरम के बयान को “गद्दारी” बताते हुए कांग्रेस को “देश बेचने की सोच” वाला संगठन कह डाला। उन्होंने कहा कि “कांग्रेस चीन और पाकिस्तान से एमओयू साइन करती है और अब देश को गुमराह कर रही है।”
विपक्ष में भी मिली-जुली प्रतिक्रिया
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि पाकिस्तान की आतंकी भूमिका किसी से छुपी नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार पहले ही साफ कर चुकी है कि पहलगाम हमलावर पाकिस्तानी थे। वहीं कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने चिदंबरम का समर्थन करते हुए कहा कि “भारत-पाक युद्धविराम भाजपा की नाकामी है और जिंदा आतंकियों के रहते किसी ऑपरेशन की वाहवाही नहीं हो सकती।”
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
‘ऑपरेशन सिंदूर’ हाल ही में जम्मू-कश्मीर में पाक प्रायोजित आतंकियों के खिलाफ चला एक बड़ा सुरक्षा अभियान है, जिसमें कई आतंकियों को ढेर किया गया। संसद में इस ऑपरेशन को लेकर बहस होने वाली है और विपक्ष सरकार से जवाब मांग रहा है कि इसमें कितना नुकसान हुआ, कितने आतंकी मारे गए, और आगे की रणनीति क्या है।
चिदंबरम के बयान के बाद कांग्रेस और भाजपा के बीच टकराव की आग और भड़क गई है। अब सबकी नजर संसद की बहस पर है, जहां ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पहलगाम हमला देश की आंतरिक सुरक्षा और राजनीतिक अखंडता का बड़ा मुद्दा बन चुका है।