यूरोप के सबसे ऊंचे ज्वालामुखी माउंट एटना पर धोली मीना ने लहराया तिरंगा
दौसा (एजेंसी)। यूरोप के सबसे ऊंचे ज्वालामुखी माउंट एटना पर धोली मीना ने तिरंगा लहराया। इस दौरान शिखर पर विदेशियों ने भी जय श्रीराम के जयकारे लगाए। दौसा की बहू धोली मीना ने बताया कि उन्होंने यूरोप के सबसे ऊंचे एवं दुनिया के सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक माउंट एटना पर चढ़ाई कर तिरंगा लहराया। शिखर पर उपस्थित विदेशियों के साथ भारत माता की जय एवं जय श्रीराम के नारे भी लगाए।
धोली मीना ने दौसा की फेमस पीली लूगड़ी एवं झलरी का लहंगा पहनकर चढ़ाई की। धोली मीना माउंट एटना पर पहुंचने वाली पहली भारतीय आदिवासी महिला बनी। धोली मीना इस यात्रा के लिए अपनी फिटनेस पर पिछले कई महीनों से काम कर रही थी। धोली मीना ने बताया कि वे इस अवसर पर राजस्थान की महिलाओं को कहना चाहती हैं कि अपने आप को कमजोर न समझें। यदि वे ठान लें तो कुछ भी कर सकती हैं। माउंट एटना दुनिया के सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है।
जिसका मतलब ज्वालामुखी में कभी भी विस्फोट हो सकता है। पिछले साल मई 2023 में भयंकर लावा विस्फोट हुआ था। जिसके कारण फ्लाइट कैंसिल करने के साथ साथ पूरा शहर बंद करना पड़ा था। हाल ही में दो महीने पहले दिसंबर 2023 में भी इस ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ था।
माउंट एटना की सतह चांद जैसी होने के कारण यहां विभिन्न देशों के वैज्ञानिक रिसर्च करते हैं। माउंट एटना 11,000 फीट से भी अधिक ऊंचाई पर यूरोपियन देश इटली के सिसिली प्रांत में कटानिया शहर में भूमध्य सागर के किनारे स्थित है। धोली मीना ने बताया कि इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद करना चाहती है। उन्हीं के कारण आज बिना किसी झिझक के एक आम भारतीय आदिवासी महिला सात समंदर पार इटली जैसे देश में तिरंगा लहरा सकती है।