देश-विदेशमध्यप्रदेश

डॉ. यादव ने सम्राट विक्रमादित्य के धर्म ध्वज और पुस्तिका “भारत का नववर्ष – विक्रम संवत्” का किया विमोचन

भोपाल (एजेंसी)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद की बैठक से पहले विक्रमादित्य ध्वज और पुस्तिका “भारत का नव वर्ष विक्रम संवत” का विमोचन कर अपने संबोधन में कहा कि संपूर्ण प्रदेश में 30 मार्च को गुड़ी पड़वा का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा, मंत्रीगण गुड़ी पड़वा पर उनके जिलों में होने वाले कार्यक्रमों में सहभागिता करें। विक्रम महोत्सव के अंतर्गत नई दिल्ली में 12-13-14 अप्रैल को विशेष आयोजन होने जा रहे हैं, जिसमें सम्राट विक्रमादित्य पर केंद्रित महानाट्य की प्रस्तुति भी होगी। सम्राट विक्रमादित्य के व्यक्तित्व और शासन व्यवस्था के विभिन्न पहलुओं पर केंद्रित महान महानाट्य की प्रस्तुति प्रदेश के प्रमुख शहरों में भी की जाएगी। इसके साथ ही सेक्टर वार होने वाली इन्वेस्टर्स समिट तथा अन्य बड़े आयोजनों के अवसर पर भी सम्राट विक्रमादित्य पर केंद्रित महानाट्य की प्रस्तुति की जाए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विमोचित पुस्तिका “भारत का नव वर्ष विक्रम संवत” के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि पुस्तिका में विक्रम संवत, काल गणना की पद्धति, प्राचीन यंत्रों , वैदिक घड़ी आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विक्रम संवत के अंतर्गत तिथियों की महत्ता, पर्व और त्योहारों के निर्धारण तथा काल गणना पद्धति पर प्रकाश डाला।संभागवार औद्योगिक इकाइयों के भूमि-पूजन का क्रम जारी रहेगा

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि निवेश प्रस्तावों को धरातल पर मूर्त रूप देने के लिए गतिविधियां जारी हैं। इस क्रम में 21 मार्च को ग्वालियर क्षेत्र में 18 औद्योगिक इकाइयों का भूमि-पूजन किया गया। जिनमें 11 मुरैना, सात ग्वालियर और एक इकाई का भिंड में भूमि-पूजन संपन्न हुआ। इस क्रम में कल उज्जैन संभाग की 25 इकाइयों का भूमि-पूजन होने जा रहा है, जिसमें उज्जैन की 13 और संभाग के अन्य स्थानों की 12 इकाइयां शामिल हैं। संभागवार यह क्रम निरंतर जारी रहेगा ।

614 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में होगी प्रदेश की 26वीं ओंकारेश्वर वाइल्ड लाइफ सैंच्युरी

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण तथा वन्य जीव संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है । इस क्रम में प्रदेश में दो अभयारण को मूर्त रूप देने के बाद राज्य सरकार वाइल्ड लाइफ सैंक्च्यूरी विकसित करने की ओर अग्रसर है। इसके अंतर्गत ओंकारेश्वर में 614 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में प्रदेश की 26वीं वाइल्ड लाइफ सैंक्च्यूरी विकसित की जा रही है। इस संपूर्ण क्षेत्र में कोई गांव अथवा बसाहट नहीं है। भविष्य में इसे टाइगर रिजर्व के रूप में विकसित किया जाएगा।

सार्वजनिक स्थलों पर हो प्याऊ की व्यवस्था

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ग्रीष्म काल के चलते ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में पेयजल उपलब्धता की स्थिति की निरंतर समीक्षा कर आवश्यकतानुसार त्वरित रूप से उपयुक्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर प्याऊ के साथ-साथ पशुओं के लिए भी पीने के पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कूंए, बावड़ियों, तालाबों व अन्य जल स्रोतों के बेहतर रखरखाव और जल गंगा अभियान में जन भागीदारी को प्रोत्साहित करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गत दिवस ओलावृष्टि से 400 से अधिक गांवों में फसल नुकसान की सूचनाएं प्राप्त हुई हैं, फसल नुकसानी का सर्वे कर शीघ्र आपदा राहत प्रदान की जाए।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button