चुनाव आयोग ने मल्लिकार्जुन खरगे को लिखा पत्र, चुनावी नतीजों पर पार्टी अध्यक्ष के बयान पर जताई आपत्ति
नई दिल्ली (एजेंसी)। हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों को कांग्रेस पार्टी की तरफ से अस्वीकार्य और अप्रत्याशित बताए जाने पर चुनाव आयोग ने अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का पत्र लिखा है। आयोग ने चुनावी नतीजों पर पार्टी अध्यक्ष के बयान पर आपत्ति जताई है।
चुनाव आयोग के पत्र में लिखा गया है कि आयोग ने आपके और विपक्ष के नेता के बयानों पर गौर किया है, जिसमें हरियाणा के नतीजों को अप्रत्याशित बताया गया है और कांग्रेस इसका विश्लेषण करने और अपनी शिकायतों/शिकायतों के साथ चुनाव आयोग से संपर्क करने का प्रस्ताव रखती है। इस उचित धारणा पर आगे बढ़ते हुए कि पार्टी अध्यक्ष का बयान चुनावी नतीजों पर पार्टी की औपचारिक स्थिति है। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने आज शाम 6 बजे कांग्रेस नेताओं के प्रतिनिधिमंडल से मिलने पर सहमति भी जताई है।
कांग्रेस का लोकतांत्रिक व्यवस्था पर ऐसा बयान अनुचित- EC
इसके साथ चुनाव आयोग ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के हरियाणा के नतीजे अस्वीकार्य वाले बयान को देश की समृद्ध लोकतांत्रिक विरासत में अनसुना और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के वैध हिस्से से बहुत दूर करार दिया। बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लिखे पत्र में चुनाव आयोग ने कहा कि पार्टी नेताओं जयराम रमेश और पवन खेड़ा की ऐसी टिप्पणियां वैधानिक और नियामक चुनावी ढांचे के अनुसार व्यक्त की गई लोगों की इच्छा को अलोकतांत्रिक तरीके से खारिज करने की ओर ले जाती हैं।
चुनाव आयोग से मिलेगा कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल
चुनाव आयोग ने कहा कि उसने मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी के बयानों पर भी गौर किया है, जिसमें हरियाणा के नतीजों को अप्रत्याशित बताया गया है और पार्टी इसका विश्लेषण करने और अपनी शिकायतों के साथ चुनाव आयोग से संपर्क करने का प्रस्ताव रखती है। चुनाव आयोग ने कहा कि उसे कांग्रेस के 12 सदस्यीय आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल के लिए बैठक का समय मांगने का अनुरोध मिला है, जिसमें हरियाणा के चुनावी नतीजे अस्वीकार्य वाला बयान देने वाले लोग भी शामिल हैं।
कांग्रेस पार्टी ने क्या लगाए थे आरोप?
हरियाणा में चुनावी नतीजे सामने आने के बाद कांग्रेस पार्टी ने उसे अप्रत्याशित और अस्वीकार्य करने वाला नतीजा बताया था। दरअसल कांग्रेस नेताओं का आरोप था कि कई सीटों पर नतीजे ईवीएम की मदद से बदल दिए गए। कांग्रेस के अनुसार कई सीटों पर जहां ईवीएम 90 फीसदी बैटरी चार्ज था वहां नतीजे भाजपा के पक्ष में आए और जहां ईवीएम की बैटरी 70-80 फीसदी चार्ज थी वहां कांग्रेस पार्टी ने जीत हासिल की है।