अवैध हथियार के कारोबार से जुड़े अंतर्राज्यीय गिरोह गिरफ्तार, पिस्टल तथा सैकड़ों बैरल बरामद
भोपाल (एजेंसी)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के प्रदेश में शांति एवं कानून व्यवस्था के सशक्तिकरण और अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए पुलिस को दिए गये निर्देशों के परिपालन में मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा राज्य में लूट, चोरी, नकबजनी, अवैध हथियारों के निर्माण एवं विक्रय जैसी घटनाओं में लिप्त अपराधियों पर नकेल कसने के लिये निरंतर सख्त कार्रवाई की जा रही है।
इसी तारतम्य में 7 अक्टूबर, 2024 को मध्यप्रदेश एटीएस ने आगरा-मुम्बई रोड, इंदौर से अवैध शस्त्र निर्माण एवं विक्रय करने वाले बड़वानी जिले के पलसूद निवासी संदिग्ध नेपाल सिंह पिता वल्लम सिंह टकराना उम्र 33 वर्ष निवासी ग्राम उन्डीखोदरी पलसूद तहसील राजपुर को हिरासत में लेकर उसके कब्जे से 2 देशी पिस्टल मय मैग्जीन तथा 200 से अधिक बैरल एवं शटर नली बरामद करने में सफलता प्राप्त की है। आरोपी ने प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस को बताया कि, उक्त पिस्टल व बैरल विक्रय करने की नीयत से सूरत (गुजरात) से मंगवाई थी। आरोपी नेपाल सिंह, सिकलीगर समुदाय से है तथा अवैध हथियार निर्माण एवं अंतर्राज्यीय तस्कर गिरोहों से जुड़ा हुआ है।
एटीएस, मध्यप्रदेश द्वारा मामले के सभी पहलुओं की गहनता से जाँच करते हुए उक्त नेटवर्क से जुड़े कुरियर का काम करने वाले, लॉजिस्टिक सपोर्ट प्रदान करने वाले तथा बैरल एवं अन्य सामग्री उपलब्ध कराने वाले लोगों का पता लगाया जा रहा है। इस संबंध में थाना एसटीएफ/एटीएस, भोपाल में अप0नं0 34/2024 धारा 25 (1) (क) आर्म्स एक्ट पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।
आरोपी नेपाल सिंह से पूछताछ तथा अग्रिम कार्यवाही की जावेगी। साथ ही अवैध आर्म्स निर्माण कारोबार के अन्तर्राज्यीय नेटवर्क से जुड़े व्यक्तियों तथा ऐसे संगठित गिरोहों को लॉजिस्टिक सपोर्ट, अवैध हथियार निर्माण में उपयोग होने वाली सामग्री, कल-पुर्जे, बैरल आदि उपलब्ध कराने वाले व्यक्तियों, राज्य एवं राज्य के बाहर क्रय/विक्रय करने वाले संगठित आपराधिक गिरोह की भी गहनता से जाँच की जाएगी।
हथियार में सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है बैरल
किसी भी हथियार में बैरल उसका महत्वपूर्ण भाग होता है। बैरल की गुणवत्ता से ही हथियार की मारक क्षमता निर्धारित होती है। उच्च गुणवत्ता की बैरल से हथियार ज्यादा असरदार होते हैं। निम्न क्वालिटी की बैरल से फटने तथा उपयोगकर्ता के चोटिल होने की आशंका बनी रहती है तथा हथियार जल्दी खराब भी हो जाता है। वहीं अच्छी क्वालिटी की बैरल की क्षमता अधिक होने से हथियार को बिना किसी खतरे के लम्बे समय तक उपयोग में लाया जा सकता है।
पूर्व में की गई कार्यवाही
एटीएस द्वारा की गई जांच में पता चला था कि प्रदेश के धार, बड़वानी, खरगौन एवं बुरहानपुर जिलों में निवासरत सिकलीगरों द्वारा अवैध हथियार निर्माण में उपयोग होने वाली उच्च क्वालिटी की बैरल, अन्य कलपुर्जे एवं रॉ मटेरियल अन्य राज्यों से लगातार मंगाया जाकर भारी मात्रा में अवैध हथियारों का निर्माण एवं विक्रय किया जा रहा है। उक्त जानकारी ज्ञात होने पर मार्च, 2024 में भी एटीएस, मध्यप्रदेश द्वारा अवैध हथियार कारोबारियों पर प्रभावी कार्यवाही करते हुए खरगौन की अवैध आर्म्स फैक्ट्री पर दबिश देकर अंतर्राज्यीय नेटवर्क से जुड़े सिकलीगर समुदाय के 04 आरोपियों को गिरफ्तार कर 800 से अधिक उच्च क्वालिटी की बैरल एवं अन्य सामग्री खरगौन एवं सूरत (गुजरात) से जप्त कर अंतर्राज्यीय नेटवर्क का खुलासा किया गया था। मध्यप्रदेश एटीएस द्वारा की गई उक्त कार्यवाही के उपरांत प्रदेश में बाहरी राज्यों से बैरल एवं रॉ मटेरियल की सप्लाई में बाधा उत्पन्न हुई है तथा प्रदेश में अवैध हथियार निर्माण के कारोबार में कमी परिलक्षित हुई है।
एटीएस मध्यप्रदेश द्वारा अवैध हथियार कारोबार से जुड़े अंतर्राज्यीय गिरोह के सदस्यों पर लगातार निगाह रखी जा रही है। इसके अतिरिक्त ऐसे अंतर्राज्यीय आतंकी/उग्रवादी संगठन तथा गिरोह, जो इन अवैध हथियारों का इस्तेमाल कर किसी आतंकी एवं राष्ट्रविरोधी गतिविधि को कारित कर सकते हैं, उन पर भी एटीएस, मध्यप्रदेश द्वारा सतत् प्रभावी कार्यवाही की जा रही है।
इस वर्ष 22 अवैध हथियार निर्माण कारखाने किए नेस्तनाबूद
मध्यप्रदेश पुलिस, अवैध हथियार कारोबार से जुड़े लोगों पर लगातार कार्यवाही कर प्रदेश में अवैध हथियारों के अन्तर्राज्यीय नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश के धार, बड़वानी, खरगौन एवं बुरहानपुर जिलों के सिकलीगरों के अवैध हथियारों बनाने वाले सक्रिय डेरों में मध्य प्रदेश पुलिस के द्वारा लगातार ऑपरेशन प्रहार चलाया जा रहा है। इस वर्ष जनवरी से अभी तक इन जिलों में 22 अवैध हथियार निर्माण के कारखानों को नेस्तनाबूद किया गया है और भारी मात्रा में अवैध शस्त्र निर्माण सामग्री एवं उपकरण जैसे कनास, ग्राइंडर आदि जब्त किए हैं। इसी के साथ इन जिलों में 498 अवैध पिस्टल एवं कट्टे, 98 कारतूस बरामद कर 72 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।