देश-विदेश

पीएम मोदी ने दिल्ली में लाल किले पर तिरंगा फहराया, महान विभूतियों का जिक्र कर समृद्ध विरासत की दिलाई याद

दिल्ली (एजेंसी)। मंगलवार को पूरा देश 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में लाल किले पर तिरंगा फहराया। प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले की प्राचीर से अपने 10वें संबोधन में महान विभूतियों का जिक्र कर समृद्ध विरासत की याद दिलाई।

उन्होंने इस दौरान देश के विकास से लेकर मणिपुर हिंसा तक हर मुद्दे पर लोगों को सरकार की रीती और नीति से अवगत कराया। पीएम मोदी अपने संबोधन में देशवासियों शब्द का इस्तेमाल करते हैं लेकिन इस बार पीएम मोदी ने लगातार परिवारजन शब्द इस्तेमाल किया।

प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण को लेकर किसी का नाम लिए बगैर विरोधी दलों पर जमकर निशाना भी साधा। पीएम मोदी के संबोधन में सरकार की उपलब्धियों का बखान करते हुए भविष्य के लिए रोडमैप का भी जिक्र किया।

अगले साल मैं फिर आऊंगा

पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में मैंने परिवर्तन लाने का वादा किया था। आप देशवासियों ने मुझपर भरोसा किया। मैंने आपसे किए वादे को विश्वास में बदल दिया। 2047 के सपने को साकार करने का सबसे बड़ा स्वर्णिम क्षण आने वाले पांच साल हैं। अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से देश की उपलब्धियों और विकास को आपके सामने रखूंगा। अगली 15 अगस्त को फिर आउंगा।

परिवारवाद और तुष्टीकरण ने किया देश को बर्बाद

लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में पीएम मोदी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि आज परिवारवाद और तुष्टीकरण ने हमारे देश को बर्बाद कर दिया है। किसी राजनीतिक दल का प्रभारी केवल एक ही परिवार कैसे हो सकता है। उनके लिए उनका जीवन मंत्र है- परिवार की पार्टी, परिवार द्वारा और परिवार के लिए। पीएम मोदी ने कहा कि मैं यह बात अपने देश की क्षमता और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर कहता हूं…लेकिन समय की मांग तीन बुराइयों से लड़ने की है- भ्रष्टाचार, वंशवाद और तुष्टिकरण।

हमारी बेटियों की सुरक्षा समाजिक-परिवारिक दायित्व

देश की जनता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारे शरीर का कोई अंग अविकसित रहे, तो हमारा शरीर विकसित नहीं माना जाएगा। वैसे ही भारत का भूभाग विकास से दूर रहे तो हम ये नहीं मान सकते कि हमारी भारत माता का विकास हुआ है। मेरे परिवारजनों भारत लोकतंत्र की जननी है। देश की एकता की बात करता हूं मणिपुर में हिंसा होती है, महाराष्ट्र में दुख होता है। असम में बाढ़ आती है, दुख केरल में होता है। हमारी बेटियों पर अत्याचार न हो ये हमारा समाजिक और परिवारिक दायित्व है।

भारत का निर्यात भी तेजी से बढ़ोत्तरी

पीएम मोदी ने कहा कि आज देश ग्लोबल-20 समिट की मेहमाननवाजी कर रहा है। ये सामर्थ्य और विश्वास देश को नई ऊंचाईयों पर ले जाएगा। दुनिया भारत को जानने और समझने की कोशिश कर रही है। भारत का निर्यात भी तेजी से बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। कोरोना काल के बाद से ही दुनिया नए सिरे से सोच रही है, मुझे विश्वास है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद दुनिया ने जो लिया था, वहीं कोविड-19 जैसी महामारी के बाद ग्लोबल ऑर्डर, नया पॉलिटिकल इक्वेशन आगे बढ़ रहा है।

देशवासियों को दिया 10 सालों का हिसाब

लालकिले की प्राचीर से पीएम मोदी ने कहा कि मैं 10 सालों का हिसाब देशवासियों को दे रहा हूं। पहले गरीबों का घर बनाने के लिए 90 हजार करोड़ खर्च होता था। आज चार लाख करोड़ खर्च हो रही है। पिछले साढ़ें 5 साल के कार्यकाल में 13.50 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए। हम 2014 में वश्विक अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर पर थे. आज हम 5वें नंबर पर पहुंच चुके हैं।

गांव में दो करोड़ दीदी को लखपति बनाने का सपना

पीएम मोदी ने कहा कि मेरा सपना है गांव में दो करोड़ दीदी को लखपति बनाने का है। इसलिए हम नई योजना के बारे में विचार किया जा रहा है। एग्रीकल्चर फील्ड में टेक्नोलॉजी जाएंगे। ड्रोन की सर्विस उपलब्ध कराने के लिए हम इन्हें ट्रेनिंग देंगे। पीएम मोदी ने कहा कि देश हर क्षेत्र में विकास कर रहा है। देश आधुनिकता की ओर बढ़ रहा है।

25000 जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे

पीएम मोदी ने कहा आने वाले दिनों में 25000 जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि महंगाई को नियंत्रित करने के भी प्रयास किए जा रहे हैं। देश में 75000 अमृत सरोवर बनाने का काम चल रहा है। पूरी दुनिया महंगाई के दौर से गुजर रही है। ये हमारी मजबूरी है कि हमें कई चीजें आयात करना पड़ती है। इसके साथ-साथ महंगाई भी इंपोर्ट हो जाती है। हालांकि अब लोकल को वोकल किया जा रहा है।

विश्वकर्मा योजना का किया ऐलान

लालकिले की प्राचीर से पीएम मोदी ने कहा कि मेरे परिवारजनों जब 13.5 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकलते हैं। उनको पीएम स्वानिधी योजना, आवास योजना से लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में विश्वकर्मा जयंति पर हम 13-15 हजार करोड़ रुपये से नई ताकत देने के लिए हम आने वाले महीने में विश्वकर्मा जयंती पर विश्वकर्मा योजना शुरू करने जा रहे है।

नई ऊंचाइयों को पार करने वाली है भारत की क्षमता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह निश्चित है कि भारत की क्षमता और संभावनाएं भरोसे की नई ऊंचाइयों को पार करने वाली हैं। विश्वास की ये नई ऊंचाईयां, नई क्षमताओं के साथ आगे बढ़ेंगी। आज भारत को G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने का अवसर मिला है। बीते वर्ष में जिस प्रकार भारत के कोने-कोने में G20 के अनेक आयोजन हुए। उससे दुनिया को भारत के सामान्य जन के सामर्थ्य, भारत की विविधता का परिचय हुआ है।

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