छत्तीसगढ़

महिलाओं को स्वरोजगार और युवाओं को रोजगार से जोड़ने की पहल

दुर्ग। शासकीय स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय, नगपुरा में शुक्रवार को आयोजित सुशासन तिहार समाधान शिविर में ग्रामीण विकास एवं युवाओं को रोजगार देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। इस शिविर में स्थानीय विधायक  ललित चंद्राकर की उपस्थिति में अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं का लाभ प्रदान किया गया।

महिला स्व-सहायता समूह को मिला स्वरोजगार का संबल

अंत्यावसायी विभाग द्वारा अनुसूचित जाति एवं जनजाति स्वरोजगार योजना (बैंक परिवर्तित) के अंतर्गत ग्राम निकुम एवं चंगोरी की जय गोंडवाना मिनी माता महिला समूह की 16 महिलाओं को सिलाई मशीन क्रय हेतु 3 लाख 20 हजार रूपए का ऋण स्वीकृत कर वितरित किया गया। इसके साथ ही उन्हें एक लाख 60 हजार रूपए की अनुदान सहायता भी प्रदान की गई। यह सहायता समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने की दिशा में एक सशक्त प्रयास है।

बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण और नौकरी का अवसर

शिविर में प्रधानमंत्री अभ्युदय योजना के तहत छत्तीसगढ़ राज्य अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम के माध्यम से ग्राम रसमड़ा में अनुसूचित जाति वर्ग के 10वीं उत्तीर्ण बेरोजगार युवाओं को निःशुल्क आवासीय प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण सीएनसी टर्निंग ऑपरेटर और कंप्यूटर हार्डवेयर एवं नेटवर्क मैनेजमेंट ट्रेड में दिया गया। प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूर्ण करने के बाद 10 युवाओं- तामेश्वर, प्राची गजभिये,  हिमांशु, नेहा पटेला,  जागेन्द्र कुमार, निधि गेडाम,  मोहित कुमार,  राजकुमार,  धनंजय, और  प्रवीण कुमार को विभिन्न प्रतिष्ठित कंपनियों में प्लेसमेंट प्रदान किया गया। विधायक  ललित चंद्राकर ने सभी चयनित युवाओं को जॉब ऑफर लेटर प्रदान करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की और कहा कि राज्य सरकार समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने हेतु प्रतिबद्ध है। जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति मर्यादित, दुर्ग के मुख्य कार्यपालन अधिकारी  श्यामल दास ने बताया कि विभाग का उद्देश्य अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।

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