पंजाब में एक बार फिर पुलिस चाैकी पर हमला, खालिस्तानी संगठन ने ली जिम्मेदारी
चंडीगढ़ (एजेंसी)। पंजाब में एक बार फिर पुलिस चाैकी पर हमला किया गया है। बख्शीवाला पुलिस चौकी पर ग्रेनेड से हमला करने का मामला सामने आया है। आतंकी संगठन खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स ने इसकी जिम्मेदारी ली है। एक महीने के अंदर यह सातवां ग्रेनेड हमला है। इस हमले से पहले पंजाब में बीते 25 दिनों में छह बड़े आतंकी हमलों को अंजाम दिया गया है। इन सभी आतंकी हमलों में पुलिस थानों को निशाने पर लिया गया है।
पंजाब पुलिस की प्राथमिक जांच में इस बात की भी पुष्टि हो गई है कि इनके पीछे पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई और खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई), खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ), केजेडएफ व अन्य संगठनों का हाथ है।
पंजाब डीजीपी गौरव यादव का मानना है कि भारत के खिलाफ लगातार साजिशें रची जा रही हैं। इन साजिशों के अंजाम देने के लिए पंजाब को टारगेट किया जा रहा है। पंजाब ने आतंकवाद के खिलाफ लंबे समय तक जंग लड़ी है।
थानों पर हुए ग्रेनेड हमलों के पीछे के मकसद को जानने में जुटे जांच अधिकारियों के अनुसार कनाडा, अमेरिका, न्यूजीलैंड, फिलीपींस और अन्य देश में कई ऐसे संगठन ऐसे हैं जो न केवल विदेश में भारत के खिलाफ षड्यंत्रों को रचने में जुटे हैं, बल्कि अपने मूवमेंट को जिंदा रखने के लिए भारत में खासकर पंजाब में इस प्रकार के हमलों को अंजाम देते हैं।
पंजाब कैडर के 1977 बैच के पूर्व आईपीएस एवं पंजाब के पूर्व डीजीपी शशिकांत बताते हैं कि थानों पर जो हैंड ग्रेनेड हमले हुए हैं, उनमें देखने को मिला है कि इन हैंड ग्रेनेड के फटने से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। इन विस्फोटकोंं की मारक क्षमता अधिक नहीं थी, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह पुराने हैंड ग्रेनेड थे। ये कहीं दबे या किसी जगह पर लंबे समय से पड़े रहे होंगे, जिनका इस्तेमाल कुछ ग्रुप थानों को टारगेट कर डर का माहौल बनाना चाहता हैं।
वैसे सही तथ्य तभी पता चल सकते हैं जब इन थानों में हुए ग्रेनेड हमलों या बरामद हुए आईईडी की फोरेंसिक जांच करा पता लगाया जाए कि यह कब के बने हुए हैं या इनका मॉडल क्या है। बड़ा दावा करते हुए पूर्व डीजीपी ने कहा कि आतंकवाद का दौर देखा जाए तो इस प्रकार के हमले आतंकी संगठन अपने स्लीपर सेल्स को एक्टिव करने के लिए भी करवाते थे। हो सकता है अपने स्लीपर सेल्स को एक्टिव कर इस प्रकार के हमले के जरिये आने वाले दिनों में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार किया जा रहा हो।