एथलीटों के विकास में स्पोर्टस साइंस की भूमिका अहम : खेल मंत्री अनुराग ठाकुर

नई दिल्ली (एजेंसी)। स्पोर्ट्स साइंस को ज्ञान और समझ का बेहतरीन माध्यम बताते हुये केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को कहा कि यह एथलीटों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
भारत स्पोर्ट्स साइंस कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए ठाकुर ने देश में नेशनल सेंटर आफ एक्सीलेंस में स्पोर्ट्स साइंस के महत्व पर जोर दिया। इस कॉन्क्लेव में भारत के पहले व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा, 2003 विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता अंजू बॉबी जॉर्ज और भारतीय क्रिकेटर दीपक चाहर सहित कई वर्तमान और पूर्व एथलीटों ने भाग लिया।
अनुराग ठाकुर ने कहा, ट्रांसटैडिया और भारत सरकार द्वारा आयोजित पहले भारत स्पोर्ट्स साइंस कॉन्क्लेव 2024 में शामिल होना खुशी की बात है। ट्रांसटैडिया जैसे संगठन को पहल करते हुए और इस तरह के एक महत्वपूर्ण कॉन्क्लेव का आयोजन करते हुए देखना खुशी की बात है। स्पोर्ड्स साइंस खिलाड़ियों विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि यह ज्ञान और समझ का एक अनूठा भंडार है। स्पोर्ट्स साइंस हमारे बच्चों को उनकी शारीरिक सीमाओं को समझने में मदद करता है। इससे वे अपनी शक्ति और क्षमता को समझने में खासतौर पर सक्षम होंगे और साहस के साथ अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता की ओर बढ़ सकेंगे।
खेल मंत्री ने कहा, स्पोर्ट्स साइंस के तत्वों का उपयोग एथलीटों को उनके प्रशिक्षण में सपोर्ट देने के लिए किया जाता है ताकि उन्हें अपनी ताकत को समझने, सुधार करने और अपने लक्ष्यों के प्रति अपनी क्षमताओं का भरपूर दोहन करने में मदद मिल सके। हम देखते हैं कि स्पोर्ट्स साइंस वास्तव में एथलीटों के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और यह उनके लिए शक्ति और सपोर्ट का स्रोत है।
इससे हम सीखते हैं कि शक्ति, संघर्ष और सपोर्ट के संयोजन से, हर कोई अपने सपनों को प्राप्त कर सकता है, चाहे वह किसी भी प्रकार की चुनौती का सामना कर रहा हो। स्पोर्ट्स साइंस ने हमारे प्रमुख एथलीटों की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है इसलिए, हम देश में अपने नेशनल सेंटर आफ एक्सीलेंस सेंटर्स में एक स्पोर्ट्स साइंस विभाग बनाना सुनिश्चित कर रहे हैं।