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प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश में किसकी सरकार?

बांग्लादेश (एजेंसी)। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है,  शेख हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश के आर्मी चीफ ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि हम एक अंतरिम सरकार बनाएंगे और देश को फिलहाल अंतरिम सरकार चलाएगी। इसके अलावा आर्मी चीफ ने सभी दलों की बैठक भी बुलाई है।

बता दें  बांग्लादेश की सेना ने  पीएम शेख हसीना को अपने पद से इस्तीफा देने के लिए 45 मिनट का अल्टीमेटम दिया था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पीएम आवास में सैकड़ों प्रदर्शनकारी घुस गए. इसके बाद वो सैन्य हेलिकॉप्टर से भारत के लिए रवाना हुईं. वहीं, पड़ोसी मुल्क में इंटरनेट सेवा पूरी तरह से ठप है. पिछले महीने सरकारी नौकरियों में आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्र समूहों की हिंसा से पड़ोसी देश को भारी नुकसान हो रहा है.

आर्मी चीफ ने कहा है कि हमने सभी पक्षों से बात की है। प्रदर्शनकारियों की मांग पर विचार किया जाएगा। आर्मी चीफ ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की भी पुष्टि की है। बांग्लादेश के आर्मी चीफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, ‘सेना के साथ चर्चा में मुख्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे। छात्रों से अनुरोध है कि वे शांत रहें और घर वापस जाएं। देश में कर्फ्यू या किसी आपातकाल की जरूरत नहीं, आज रात तक संकट का समाधान ढूंढ लेंगे। पीएम शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है। देश को अंतरिम सरकार चलाएगी।’

इंटरनेट को पूरी तरह बंद

बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने ढाका छोड़ दिया है। हसीना किसी सुरक्षित स्थान के लिए निकली हैं। इस बीच ढाका में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास में दाखिल हो गए हैं। प्रदर्शनकारियों ने कई अहम रास्तों पर भी कब्जा कर लिया है। इंटरनेट को पूरी तरह बंद दिया गया है।

प्रधानमंत्री आवास में घुसे प्रदर्शनकारी

बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों और हसीना के समर्थकों के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में झड़पें हुई हैं। प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास में दाखिल हो गए हैं। इन झड़पों में 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। झड़पें रविवार की सुबह हुईं जब प्रदर्शनकारी ‘स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन’ के परचम तले आयोजित ‘असहयोग कार्यक्रम’ में भाग लेने पहुंचे। अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई।

इस बीच राजधानी ढाका सहित देशभर में सेना तैनात कर दी गई है। सड़कों से पुलिस को हटा दिया गया है।

शेख हसीना के इस्तीफे की कर रहे थे मांग 

यह झड़प रविवार सुबह उस समय और उग्र हो गई जब नौकरी में कोटा प्रणाली को लेकर हसीना के इस्तीफे की एक सूत्री मांग को लेकर स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन के बैनर तले असहयोग कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रदर्शनकारियों को सत्तारूढ़ अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा. बांग्लादेश के प्रमुख अखबार प्रोथोम अलो की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को हुई झड़पों में 14 पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 101 लोग मारे गए. हिंसा के कारण अधिकारियों को मोबाइल इंटरनेट बंद करना पड़ा और अनिश्चित काल के लिए पूरे देश में कर्फ्यू लगाना पड़ा.

प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के बातचीत के न्योते को भी ठुकरा दिया. दोनों गुटों के बीच टकराव में कई मौतें हो चुकी हैं और सैकड़ों अन्‍य घायल हुए हैं. मारे गए लोगों में ज्‍यादातर पुलिसकर्मी हैं, जिन पर प्रदर्शनकारियों का गुस्‍सा फूट रहा है. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस थानों, पुलिस चौकियों, सत्तारूढ़ पार्टी के दफ्तरों और उनके नेताओं के आवास पर हमला किया और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया.

रिजर्वेशन की आग में झुलस रहा बांग्लादेश

प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए बांग्लादेश के गृह मंत्रालय ने रविवार शाम छह बजे से देश में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया. साथ ही सरकारी एजेंसियों ने सोशल मीडिया मंच ‘फेसबुक’, ‘मैसेंजर’, ‘व्हॉट्सऐप’ और ‘इंस्टाग्राम’ को बंद करने का आदेश दिया. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सोमवार, मंगलवार और बुधवार को तीन दिवसीय सामान्य अवकाश घोषित किया गया है. कुछ दिन पहले ही पुलिस और छात्र प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पों में 200 से अधिक लोग मारे गए थे. छात्र विवादास्पद कोटा प्रणाली को खत्म करने की मांग कर रहे थे.

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