महिलाओ को एक मर्डर की दी जाए छुट , महिला नेता रोहिणी खडसे ने राष्ट्रपति से की मांग

मुंबई (एजेंसी)। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एनसीपी (एसपी) की महिला प्रदेश अध्यक्ष रोहिणी खडसे ने देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से विवादास्पद मांग की. रोहिणी खडे ने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में मांग की है कि महिलाओं को एक हत्या करने की छूट दी जाए.
रोहिणी खडसे ने राष्ट्रपति मुर्मू को लिखे पत्र में कहा कि सबसे पहले आपको अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं! हमारा देश शांति और अहिंसा के प्रतीक महात्मा बुद्ध और महात्मा गांधी के देश के रूप में जाना जाता है. हालांकि, देश में महिलाएं असुरक्षित हैं. उनके खिलाफ अत्याचार बढ़ रहे हैं. विश्व जनसंख्या समीक्षा सर्वेक्षण में भारत को महिलाओं की सुरक्षा के मामले में एशिया का सबसे असुरक्षित देश बताया गया है. इस रिपोर्ट में महिलाओं के अपहरण, गुमशुदगी, घरेलू हिंसा और अन्यगंभीर अपराधों की जानकारी है. ऐसे में महिलाओं की ओर से आपसे यह अनुरोध है कि हमें एक हत्या की छूट दी जाए
रोहिणी खडे ने पत्र में लिखा कि महिलाओं को बलात्कारी प्रवृत्ति. दमनकारी मानसिकता और लचर कानून व्यवस्था को समाप्त करने का अधिकार मिलना चाहिए. उन्होंने मुंबई में 2 वर्षीय बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना भी जिक्र किया और कहा, “जब देश की आर्थिक राजधानी में ऐसी घटनाएं हो रही हैं, तो पूरे देश की हालत क्या होगी?” रोहिणी ने लिखा कि कृपया इस मांग को स्वीकार करें और हमें महिला दिवस का उपहार दें.
सहाद्री गेस्ट हाउस के बाहर विरोध प्रदर्शन
राज्यमें महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अत्याचारों के मद्देनजर शक्ति अधिनियम को लागू करने की मांग को लेकर रोहिणी खडसे के नेतृत्व में शनिवार को एनसीपी-एसपी ने मुंबई में सहाद्रि गेस्ट हाउस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन के दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच मालाबार हिल स्थित सहाद्री गेस्ट हाउसमें बैठक चल रही थी. इस दौरान बड़ी संख्या में मौजूद प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए और शक्ति अधिनियम को लागू करने की मांग की. हालांकि, पुलिस ने महिला प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया और उन्हें मालाबार हिल पुलिस स्टेशन ले जाया गया.