भारत-इजरायल मुक्त व्यापार समझौते पर वार्ता शुरू, टर्म्स ऑफ रेफरेंस पर हस्ताक्षर

नई दिल्ली (एजेंसी)। भारत और इज़रायल ने मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर औपचारिक रूप से बातचीत शुरू कर दी है। इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम का उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार और आर्थिक सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है।
भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री, पीयूष गोयल, ने तेल अवीव में इज़रायल के अर्थव्यवस्था और उद्योग मंत्री, निर बरकत, के साथ टर्म्स ऑफ रेफरेंस (ToR) पर हस्ताक्षर किए। यह दस्तावेज़ दोनों पक्षों के बीच चल रही FTA वार्ता के लिए दिशानिर्देश और रूपरेखा प्रदान करेगा।
व्यापार और साझेदारी को बढ़ावा
केंद्रीय मंत्री गोयल ने इस पहल को संतुलित और पारस्परिक रूप से लाभकारी FTA की दिशा में एक पहला लेकिन अत्यंत महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि यह समझौता हमारे व्यापार, अर्थव्यवस्था और रणनीतिक साझेदारी को महत्वपूर्ण बढ़ावा देगा।
गोयल ने कहा कि दोनों देशों का साझा लक्ष्य आपसी व्यापार में विविधता लाना और उसे बढ़ाना है, साथ ही सहयोग के नए क्षेत्रों की पहचान कर एक बड़ा बाजार बनाना और विभिन्न क्षेत्रों की कमियों को दूर करना भी है। उन्होंने इस बात पर प्रतिबद्धता व्यक्त की कि दोनों पक्ष आपसी लाभ के लिए एक-दूसरे की शक्तियों और खूबियों का लाभ उठाएंगे।
सीईओ फोरम में महत्वपूर्ण चर्चा
पीयूष गोयल ने मंत्री बरकत के साथ इंडिया-इजरायल सीईओ फोरम को भी संबोधित किया, जिसमें दोनों देशों के प्रमुख मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (CEO) ने भाग लिया।
इस फोरम में, दोनों पक्षों ने FTA वार्ता प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की शुरुआत की। बातचीत में विशेष रूप से निम्नलिखित क्षेत्रों में तालमेल पर ध्यान केंद्रित किया गया:
कृषि
जल प्रबंधन
स्वास्थ्य सेवा
रक्षा
बुनियादी ढाँचा
डिजिटल अर्थव्यवस्था
स्वच्छ ऊर्जा
उन्नत विनिर्माण
हाई-टेक नवाचार
वाणिज्यिक संबंधों को मजबूत करना
केंद्रीय मंत्री ने बरकत द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भी भाग लिया, जहाँ दोनों देशों के प्रमुख व्यापारिक संघ और व्यापारिक निकाय एक साथ आए थे। मंत्री गोयल ने द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ाने की साझा प्रतिबद्धता पर उत्साह व्यक्त किया।
उन्होंने इज़रायल में सक्रिय भारतीय हीरा व्यापारी समुदाय के प्रमुख सदस्यों के साथ भी बातचीत की। उन्होंने भारत-इज़रायल वाणिज्यिक संबंधों को मजबूत करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की और रत्न और आभूषण (Gems and Jewellery) क्षेत्र में द्विपक्षीय व्यापार को और बढ़ाने के तरीकों पर विस्तार से चर्चा की।
















