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क्या मेनोपॉज के दौरान नींद की कमी आपको भी सता रही है? इन फूड्स को डाइट में शामिल करें!

हेल्थ न्युज (एजेंसी)। मेनोपॉज, जिसे रजोनिवृत्ति भी कहा जाता है, हर महिला के जीवन का एक स्वाभाविक चरण है। यह आमतौर पर 45 से 55 वर्ष की आयु के बीच आता है। यह वह समय होता है जब मासिक धर्म चक्र स्थायी रूप से बंद हो जाता है और अंडाशय (Ovaries) अंडे बनाना बंद कर देते हैं, जिससे प्रजनन क्षमता (Fertility) खत्म हो जाती है।

इस अवधि में, महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बदलाव तेज़ी से होते हैं, जो उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। इन प्रभावों में मूड में बदलाव और नींद में रुकावट आना आम है।

मेनोपॉज और अनिद्रा (नींद न आना) का संबंध

मेनोपॉज के समय कई महिलाओं को अनिद्रा यानी नींद न आने की समस्या से गुज़रना पड़ सकता है। इसका मुख्य कारण शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर कम हो जाना है। एस्ट्रोजन की कमी से नींद आने में दिक्कत होती है और रात में बार-बार नींद टूटने की समस्या हो सकती है।

अनिद्रा को बढ़ाने वाले कुछ अन्य कारक भी हैं:

रात को पसीना आना : ये हॉट फ्लैशेस का एक रूप हैं, जिनके कारण नींद खुल जाती है।

चिंता और तनाव: हार्मोनल उतार-चढ़ाव भावनात्मक स्थिरता को प्रभावित करते हैं।

मूड स्विंग्स: अचानक और तेज़ी से बदलते मूड भी नींद को बाधित करते हैं।

बेहतर नींद के लिए अपनी डाइट में जोड़ें ये पोषक तत्व

मेनोपॉज से जुड़ी अनिद्रा का कोई एक सीधा उपचार नहीं है, लेकिन आहार और जीवनशैली में सही बदलाव करके इसके लक्षणों को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। एक संतुलित आहार जिसमें फल, सब्ज़ियां, साबुत अनाज और कम वसा वाले प्रोटीन शामिल हों, अच्छी नींद लेने में सहायक हो सकता है।

मेनोपॉज के दौरान अनिद्रा की समस्या को दूर करने के लिए आपको अपनी डाइट में ये चीज़ें ज़रूर शामिल करनी चाहिए:

  1. मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थ

विशेषज्ञों का सुझाव है कि अपनी डाइट में अदरक, बादाम, काजू और तिल के बीज शामिल करें। इनमें मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में होता है, जो नींद की गुणवत्ता को सुधारने और मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है।

  1. विटामिन ई

आहार में विटामिन ई को शामिल करने से रात में पसीना आने की परेशानी कम हो सकती है, जिससे आपकी नींद बाधित नहीं होती। बादाम, नारियल, अलसी के बीज, पिस्ता और सूरजमुखी के बीजों में विटामिन ई की मात्रा अधिक पाई जाती है।

  1. ओमेगा-3 फैटी एसिड

ओमेगा-3 स्वस्थ फैटी एसिड होते हैं जो मूड को बेहतर बनाने और नींद में होने वाली रुकावट को कम करने में मदद कर सकते हैं। आप मछली, बाजरा, जौ और रागी जैसे अनाजों से ओमेगा-3 प्राप्त कर सकती हैं।

इन बातों का भी रखें ख़ास ख़्याल

अनिद्रा की समस्या को कम करने के लिए मेनोपॉज के दौरान यह ज़रूरी है कि आप रात को सोने से ठीक पहले कैफीन (चाय/कॉफी) या शराब का सेवन करने से बचें। ये चीज़ें शरीर को उत्तेजित करती हैं, जिससे आराम नहीं मिल पाता और सोने में कठिनाई हो सकती है। एक अच्छी नींद की स्वच्छता (Sleep Hygiene) को बनाए रखना भी बहुत आवश्यक है।

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