अमेरिका जाने के इच्छुक भारतीयों को बड़ा झटका: H-1B और H-4 वीजा इंटरव्यू में भारी देरी

वॉशिंगटन (एजेंसी)। अमेरिका में काम करने या वहां बसने का सपना देख रहे भारतीय पेशेवरों के लिए बुरी खबर है। हालिया रिपोर्टों के अनुसार, H-1B और H-4 वीजा के लिए होने वाले इंटरव्यू की तारीखों को लंबे समय के लिए आगे बढ़ा दिया गया है। ताज़ा अपडेट के मुताबिक, कई उम्मीदवारों के इंटरव्यू अब अक्टूबर 2026 तक टल गए हैं, जिससे आवेदकों के बीच भारी चिंता और अनिश्चितता का माहौल है।
देरी का मुख्य कारण और वर्तमान स्थिति
शुरुआत में ये इंटरव्यू फरवरी और मार्च 2026 के लिए पुनर्निर्धारित किए गए थे, लेकिन अब इनमें और भी ज्यादा देरी देखने को मिल रही है। इस बदलाव के पीछे मुख्य कारण सुरक्षा जांच को बताया जा रहा है।
सोशल मीडिया स्क्रीनिंग: अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि वीजा आवेदकों की सोशल मीडिया प्रोफाइल की गहन जांच (Screening) की जा रही है। इस अतिरिक्त प्रक्रिया के कारण प्रोसेसिंग समय बढ़ गया है।
हताशा में आवेदक: इंटरव्यू में हो रही इस देरी से परेशान होकर कई भारतीय आवेदक अपनी वर्तमान बुकिंग्स रद्द कर रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि री-शेड्यूलिंग के दौरान शायद उन्हें कोई नजदीकी तारीख मिल जाए।
पेशेवरों पर बढ़ता संकट
इस अनिश्चितता का सबसे बुरा असर उन प्रोफेशनल्स पर पड़ रहा है जो पहले से ही अपने परिवारों से दूर हैं। बार-बार अपॉइंटमेंट टलने के कारण उनके सामने कई चुनौतियां खड़ी हो गई हैं:
नौकरी का खतरा: लंबी देरी की वजह से कई लोगों को अपनी वर्तमान नौकरी खोने का डर सता रहा है।
मानसिक तनाव: इमिग्रेशन वकीलों के अनुसार, 2026 की शुरुआत में होने वाले इंटरव्यू को साल की आखिरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) तक ले जाना आवेदकों के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है।
कानूनी उलझनें: अचानक अपॉइंटमेंट कैंसिल होने से आवेदक खुद को एक अधर में फंसा हुआ महसूस कर रहे हैं, क्योंकि उनकी भविष्य की योजनाएं पूरी तरह से इन इंटरव्यू पर टिकी हैं।
अमेरिकी मीडिया आउटलेट्स जैसे ‘अमेरिकन बाज़ार’ और अन्य रिपोर्टों ने इस बात की पुष्टि की है कि यह संकट आने वाले महीनों में और गहरा सकता है, जिससे हजारों भारतीय आवेदक प्रभावित होंगे।














