छत्तीसगढ़ में इंफ्रास्ट्रक्चर की नई उड़ान: रायपुर-बिलासपुर के बीच बनेगी प्रदेश की पहली 8-लेन सड़क

रायपुर। छत्तीसगढ़ के यातायात इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। राजधानी रायपुर से न्यायधानी बिलासपुर के बीच सफर करने वाले यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। प्रदेश को अपनी पहली 8-लेन सड़क की सौगात मिलने वाली है, जिससे न केवल यात्रा का समय कम होगा बल्कि यातायात का दबाव भी काफी हद तक घट जाएगा।
परियोजना की मुख्य विशेषताएं
इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार कर ली गई है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा संचालित इस योजना के मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:
विस्तारीकरण का स्वरूप: रायपुर से सिमगा तक के हिस्से को 8-लेन में बदला जाएगा, जबकि सिमगा से बिलासपुर तक का मार्ग 6-लेन का होगा।
कुल लंबाई: इस पूरे कॉरिडोर की लंबाई लगभग 126 किलोमीटर है।
अनुमानित लागत: इस परियोजना पर करीब 1000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
समय सीमा: निर्माण कार्य शुरू होने के बाद इसे 3 वर्ष के भीतर पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।
सुगम होगा सफर, नहीं पड़ेगी नई जमीन की जरूरत
NHAI के अधिकारियों के अनुसार, इस चौड़ीकरण के लिए सबसे राहत की बात यह है कि अलग से भूमि अधिग्रहण (Land Acquisition) की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों ओर पर्याप्त सरकारी जमीन पहले से ही उपलब्ध है, जिससे काम में तेजी आएगी और विस्थापन जैसी समस्याएं पैदा नहीं होंगी।
भारी ट्रैफिक से मिलेगी निजात
रायपुर-बिलासपुर मार्ग वर्तमान में छत्तीसगढ़ का सबसे व्यस्ततम मार्ग है। आंकड़ों के अनुसार:
प्रतिदिन इस मार्ग से लगभग 40,000 से 45,000 वाहन गुजरते हैं।
इनमें सबसे बड़ी संख्या हल्के वाहनों (कारों और दोपहिया) की होती है।
ट्रैफिक का बढ़ता दबाव लंबे समय से इस मार्ग के विस्तार की मांग का मुख्य कारण रहा है।
इस कॉरिडोर के निर्माण से न केवल रायपुर, बिलासपुर और सिमगा के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी, बल्कि यह क्षेत्र के आर्थिक विकास को भी नई गति प्रदान करेगा।
















