मध्यप्रदेश विधानसभा के 70 वर्ष : सत्ता और विपक्ष मिलकर गढ़ेंगे ‘विकसित प्रदेश’ का रोडमैप

भोपाल (एजेंसी)। मध्यप्रदेश विधानसभा के सात दशकों के गौरवशाली सफर के उपलक्ष्य में आयोजित विशेष सत्र के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक साझा भविष्य का दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि यह अवसर केवल अतीत को याद करने का नहीं, बल्कि पक्ष और विपक्ष के साथ आने का है ताकि ‘विकसित भारत@2047’ के लक्ष्य की तर्ज पर ‘विकसित मध्यप्रदेश’ के साझा संकल्पों को साकार किया जा सके।
स्थापना दिवस पर ऐतिहासिक प्रदर्शनी का शुभारंभ
सत्र की शुरुआत से पूर्व, मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विधानसभा परिसर पहुँचने पर राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल का आत्मीय स्वागत किया। इस अवसर पर विधानसभा परिसर में एक विशेष प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया, जिसमें दो प्रमुख विषयों को संजोया गया है:
संसदीय इतिहास: वर्ष 1956 से 2025 तक के विधानसभा के ऐतिहासिक पलों और दुर्लभ चित्रों का संग्रह।
विकास के दो वर्ष: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के कार्यकाल के दो वर्षों में जनसेवा और राज्य के उत्थान पर केंद्रित उपलब्धियां।
साझा संकल्प की शक्ति
मीडिया से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने इस विशेष सत्र के आयोजन के लिए विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर और नेता प्रतिपक्ष श्री उमंग सिंघार सहित सभी सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने जोर देकर कहा कि लोकतांत्रिक परंपराओं को जीवंत रखते हुए सदन के सभी सदस्य मिलकर राज्य के सर्वांगीण विकास की दिशा तय करेंगे।
प्रदर्शनी की मुख्य विशेषताएं
इस प्रदर्शनी में मध्यप्रदेश के गठन से लेकर अब तक की विधायी यात्रा को प्रदर्शित किया गया है। साथ ही, राज्य सरकार की जन-कल्याणकारी योजनाओं और ‘आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश’ के निर्माण की दिशा में उठाए गए कदमों को चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया है। उद्घाटन के समय मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सदस्य और विधायकगण भी उपस्थित रहे।
















