छत्तीसगढ़

शिक्षक अपने विद्यार्थियों के लिए रोल मॉडल होता है : राज्यपाल डेका

रायपुर। रायपुर में आयोजित शिक्षक दिवस समारोह में, राज्यपाल डेका और मुख्यमंत्री साय ने राज्य के 64 उत्कृष्ट शिक्षकों को राज्य स्तरीय सम्मान से नवाजा। यह समारोह राजभवन के छत्तीसगढ़ मंडपम् में आयोजित हुआ, जहाँ शिक्षा और ज्ञान के महत्व को रेखांकित किया गया। इस अवसर पर, स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने आगामी वर्ष, 2025 के लिए भी 64 शिक्षकों के नामों की घोषणा की।

डॉ. राधाकृष्णन को नमन और शिक्षकों की भूमिका पर जोर

समारोह के मुख्य अतिथि राज्यपाल ने भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति और महान शिक्षाविद् डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को उनकी जयंती पर याद किया। उन्होंने अपने संबोधन में शिक्षकों को विद्यार्थियों का रोल मॉडल बताया और कहा कि वे एक जिम्मेदार नागरिक तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने जीवन की चुनौतियों का सामना करने की सीख देने और बच्चों को स्कूल के प्रति आकर्षित करने पर जोर दिया। राज्यपाल ने प्राचीन गुरुकुल परंपरा की श्रेष्ठता को भी सराहा।

नई शिक्षा नीति और राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों का योगदान

राज्यपाल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को एक ‘गेम चेंजर’ बताया और कहा कि इसका उद्देश्य शिक्षा को अधिक व्यावहारिक, कौशल-आधारित और सर्वांगीण बनाना है। उन्होंने इस नीति के अनुरूप शिक्षा प्रदान करने को शिक्षकों की जिम्मेदारी बताया। नीति में मातृभाषा में शिक्षा पर विशेष बल दिया गया है, क्योंकि इससे बच्चे सहजता से ज्ञान ग्रहण करते हैं।

मुख्यमंत्री साय ने शिक्षकों को सच्चे राष्ट्र निर्माता कहा। उन्होंने शिक्षकों की तुलना दीपक से करते हुए कहा कि वे स्वयं जलकर ज्ञान का उजाला फैलाते हैं। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य अपनी 25वीं वर्षगांठ मना रहा है और शिक्षा के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय प्रगति हुई है। आज प्रदेश में 20 से अधिक विश्वविद्यालय और कई राष्ट्रीय स्तर के संस्थान मौजूद हैं।

विशेष सम्मान और उपस्थित गणमान्य व्यक्ति

समारोह में कुछ विशिष्ट शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए विशेष पुरस्कार दिए गए। इनमें सूरजपुर के अजय कुमार चतुर्वेदी को डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी स्मृति पुरस्कार, कबीरधाम के रमेश कुमार चंद्रवंशी को गजानन माधव मुक्तिबोध स्मृति पुरस्कार, सारंगढ़-बिलाईगढ़ की श्रीमती सुनीता यादव को डॉ. मुकुटधर पाण्डेय स्मृति पुरस्कार और रायगढ़ के भोजराम पटेल को डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इनके अलावा, प्रधान पाठक, व्याख्याता, सहायक शिक्षक सहित कुल 64 शिक्षकों को सम्मानित किया गया।

समारोह में राज्यपाल की पत्नी रानी डेका काकोटी, विधायक पुरंदर मिश्रा, स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी और अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित थे। सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने स्वागत भाषण दिया, जबकि आभार प्रदर्शन लोक शिक्षण संचालक ऋतुराज रघुवंशी ने किया।

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