
रायपुर। प्रधानमंत्री आवास योजना ने छत्तीसगढ़ के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कई लोगों को अपना पक्का घर बनाने में मदद की है। ऐसी ही एक लाभार्थी हैं नारायणपुर जिले की पार्वती पटेल, जो पहले अपने परिवार के साथ एक कच्चे मकान में रहती थीं। बरसात में टपकती छत और मिट्टी की दीवारें उनकी मुश्किलें बढ़ा देती थीं।
पार्वती का परिवार सब्ज़ियाँ बेचकर मुश्किल से गुज़ारा करता था, इसलिए पक्का घर बनाना उनके लिए एक सपना ही था। पर 2023 में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में हुई कैबिनेट की पहली बैठक में, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 18 लाख घरों को मंज़ूरी मिली। इसी के साथ ‘मोर जमीन मोर मकान’ अभियान भी शुरू हुआ, जिसने पार्वती के लिए एक नई उम्मीद जगाई।
एक पक्के घर का सपना
नगरपालिका परिषद कार्यालय की मदद से पार्वती को इस योजना में शामिल किया गया। योजना के तहत केंद्र सरकार, राज्य सरकार और लाभार्थी के योगदान से घर बनाने की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और आसान रही। कुछ ही महीनों में पार्वती का पक्का मकान बनकर तैयार हो गया।
आज पार्वती पटेल अपने नए और सुरक्षित घर में खुशी से रहती हैं। उन्हें अब बरसात का डर नहीं सताता, और वे आत्मविश्वास के साथ अपने परिवार के साथ जीवन बिता रही हैं।
पार्वती कहती हैं, “प्रधानमंत्री आवास योजना हम जैसे गरीब लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। यह योजना सिर्फ हमें छत ही नहीं देती, बल्कि आत्मसम्मान और सुरक्षा का एहसास भी कराती है।” उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार व्यक्त किया, जिनके प्रयासों से उनका सपना सच हुआ।