रिलायंस इंडस्ट्रीज का न्यू एनर्जी बिजनेस बनेगा कमाई का नया आधार

नई दिल्ली (एजेंसी)। रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने घोषणा की है कि कंपनी का ₹1.5 लाख करोड़ का न्यू एनर्जी बिजनेस अगले वित्तीय वर्ष से आय और लाभ कमाना शुरू कर देगा। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने विश्लेषकों के साथ बैठक में यह जानकारी दी। ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस बैटरी एंड एनर्जी सिस्टम्स के प्रेसिडेंट, श्रीराम रामकृष्णन ने बताया कि आरईआरटीसी (चौबीसों घंटे नवीकरणीय ऊर्जा) का उत्पादन शुरू होते ही यह व्यवसाय सीधे तौर पर कंपनी के राजस्व और ऑपरेटिंग मुनाफे (EBITDA) में योगदान देना शुरू कर देगा।
जामनगर में परियोजना पर तेज गति से काम
रिलायंस जामनगर में बड़े पैमाने पर 24×7 नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित कर रही है, जो हाइड्रोजन, पवन, सौर, फ्यूल सेल और बैटरी पर आधारित होंगी। कंपनी गुजरात के जामनगर में धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा कॉम्प्लेक्स (DAGEC) विकसित कर रही है, जहां पाँच गीगा फैक्ट्रियां स्थापित की जा रही हैं।
कंपनी ने पहले ही सोलर पीवी मॉड्यूल के लिए चार उत्पादन लाइनें शुरू कर दी हैं, और पहली सेल लाइन जल्द ही शुरू होने वाली है। इनमें से सोलर सेल गीगाफैक्ट्री अगले महीने और बैटरी फैक्ट्री अगले साल की शुरुआत में अपना परिचालन शुरू कर देगी।
पूरी वैल्यू चेन पर फोकस
रिलायंस का ध्यान सिर्फ अंतिम उत्पाद तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वह पूरी सप्लाई चेन स्थापित कर रही है। कंपनी सोलर सेल के लिए वेफर, पॉलीसिलिकॉन और इनगॉट का भी निर्माण शुरू कर रही है। इसके अतिरिक्त, सोलर मॉड्यूल के लिए एक विशाल ग्लास मैन्युफैक्चरिंग प्लांट भी स्थापित किया जा रहा है।
2035 का नेट-जीरो लक्ष्य है प्रेरणा
इस बड़े निवेश के पीछे मुख्य प्रेरणा रिलायंस की 2035 तक नेट-जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने की प्रतिबद्धता है। कंपनी कच्छ में 5.5 लाख एकड़ में फैले एक विशाल सोलर फार्म पर भी काम कर रही है। कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की एक रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस ने अब तक इस नए ऊर्जा व्यवसाय में लगभग ₹40,000 करोड़ का निवेश किया है और केवल इस वर्ष ही ₹21,000-22,000 करोड़ का निवेश करने की योजना है।
















