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गुप्त नक्सली हथियार कारखाने का भंडाफोड़, भारी मात्रा में विस्फोटक और सामग्री जब्त

जगदलपुर। ओडिशा के मलकानगिरी जिले की पुलिस को बुधवार को नक्सल विरोधी अभियान में एक महत्वपूर्ण सफलता मिली है। तलाशी अभियान के दौरान, डिस्ट्रिक्ट वॉलंटियर फोर्स (DVF) के जवानों ने एक खुफिया बंदूक फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। इस ठिकाने पर की गई छापेमारी में बड़ी संख्या में अधूरी बनी हुई बंदूकें, मरम्मत के औजार और हथियार निर्माण में उपयोग होने वाली सामग्री बरामद की गई है।

मलकानगिरी पुलिस ने यह गुप्त हथियार कारखाना आंध्र-ओडिशा सीमा पर, कालीमेला पुलिस थाना क्षेत्र के धूमल और चिलकलामुडी आरक्षित वन क्षेत्र में, सिलुरु पुलिस थाना इलाके में खोजा। यहाँ से कई अधूरी बंदूकों के साथ-साथ, उन्हें ठीक करने के उपकरण और हथियार बनाने के लिए पूरा जखीरा बरामद किया गया।

आंध्र-ओडिशा सीमा पर सिलुरु थाना क्षेत्र में ठिकाने का खुलासा

विशेष खुफिया सूचना के आधार पर, मलकानगिरी पुलिस ने आंध्र-ओडिशा सीमा पर सिलुरु थाना क्षेत्र में स्थित इस गुप्त हथियार फैक्ट्री का पता लगाया। छापेमारी के दौरान, मलकानगिरी पुलिस ने कई अर्धनिर्मित हथियार, मरम्मत के उपकरण और हथियार बनाने की संपूर्ण सामग्री को जब्त किया।

नक्सलियों द्वारा छिपाए गए तीन शक्तिशाली आईईडी भी मिले

इतना ही नहीं, मलकानगिरी पुलिस ने नक्सलियों द्वारा छिपाए गए तीन इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेस (IEDs) या बारूदी सुरंगों का भी पता लगाया, जिनका वजन क्रमशः तीन, दो और एक किलोग्राम था, उन्हें भी जब्त कर लिया गया। इसके अलावा, पाँच डेटोनेटर, कॉर्डेक्स वायर, वेल्डिंग मशीन, जनरेटर और वेल्डिंग रॉड जैसे अन्य उपकरण भी मौके से बरामद किए गए हैं।

यह कारखाना हथियार बनाने और मरम्मत का मुख्य केंद्र था

पुलिस का मानना है कि यह गुप्त कारखाना नक्सलियों के लिए हथियारों की मरम्मत करने और नए हथियार बनाने का एक महत्वपूर्ण केंद्र था। सुरक्षा बलों ने बरामद किए गए सभी विस्फोटक और सामग्री को मौके पर ही नष्ट कर दिया है, जबकि जब्त किए गए अन्य सामानों को आज जिला पुलिस कार्यालय में सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए रखा गया।

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