फर्जी सिम बेचने वाले 6 आरोपी गिरफ्तार, सैकड़ों प्री-एक्टिवेटेड सिम बरामद

रायपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस ने ‘ऑपरेशन साइबर शील्ड’ के तहत एक बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी सिम कार्ड बेचकर साइबर धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से 2 महाराष्ट्र के निवासी हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से 100 से ज्यादा ऐसे सिम कार्ड बरामद किए हैं, जो पहले से ही चालू (pre-activated) थे।
साइबर धोखाधड़ी में इस्तेमाल
पुलिस ने बताया कि इन फर्जी सिम कार्ड का इस्तेमाल टेलीग्राम रिव्यू टास्क, ऑनलाइन जॉब, पहचान की चोरी, और फर्जी शेयर ट्रेडिंग जैसी धोखाधड़ी के लिए किया जा रहा था। अब तक की जांच में करीब 18.52 लाख रुपये की साइबर धोखाधड़ी का पता चला है।
कानूनी कार्रवाई और आगे की जांच
यह मामला रायपुर के सिविल लाइन पुलिस थाने में दर्ज किया गया था (अपराध क्रमांक 290/25)। जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि 41 सिम कार्ड साइबर अपराधों में शामिल थे। तकनीकी जांच और पूछताछ के आधार पर पुलिस इस गिरोह के बाकी सदस्यों तक पहुँचने में कामयाब रही।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम हैं:
शिवानंद चौहान (34 वर्ष), नासिक, महाराष्ट्र
प्रियेष यादव (23 वर्ष), नागपुर, महाराष्ट्र
जगमोहन भारती (39 वर्ष), डूण्डा, रायपुर
नागेश्वर चक्रधारी (25 वर्ष), निमोरा, रायपुर
निखिल चावला (33 वर्ष), अमलीडीह, रायपुर
बॉबी खत्री (27 वर्ष), ओम विहार, रायपुर
सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया है। पुलिस फिलहाल बरामद किए गए सिम कार्ड की तकनीकी जाँच कर रही है।
















