फेडरल रिजर्व के ब्याज दर में कटौती के बाद शेयर बाजार में उछाल, वैश्विक संकेतों से तेज़ी

मुंबई (एजेंसी)। फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती किए जाने के बाद आज भारतीय शेयर बाजार में मजबूत शुरुआत देखने को मिली। वैश्विक बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों से निवेशकों की धारणा को बल मिला, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी में तेज़ी आई।
आज बाजार की शुरुआत
11 दिसंबर को भारतीय शेयर बाजार ने बढ़त के साथ कारोबार शुरू किया। अमेरिका के फेडरल रिजर्व ने बुधवार रात अपनी बेंचमार्क ब्याज दर में 0.25 बेसिस पॉइंट की कटौती की, जो लगातार तीसरी कटौती थी। इस कदम से वैश्विक बाजारों में एक सकारात्मक माहौल बना, जिसका असर घरेलू बाजार पर भी दिखा।
सुबह 9:28 बजे, प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स लगभग 100 अंकों की बढ़त के साथ 84,492 के स्तर पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 50 करीब 34 अंकों की तेज़ी के साथ 25,792 के आसपास था। हालांकि, व्यापक बाजार (ब्रॉडर मार्केट) में थोड़ा दबाव रहा। निफ्टी मिडकैप100 लगभग 0.13 प्रतिशत और स्मॉलकैप100 करीब 0.30 प्रतिशत की गिरावट दिखा रहे थे।
फेड के फैसले का महत्व
फेड की इस नवीनतम दर कटौती के कारण अमेरिका की मुख्य ब्याज दर अब घटकर लगभग 3.6 प्रतिशत पर आ गई है, जो पिछले तीन वर्षों का सबसे निचला स्तर है। फेड के चेयर जेरोम पॉवेल ने संकेत दिया कि पिछले दो वर्षों में छह बार दरें काटने के बाद, अब फेड रोजगार और महंगाई के रुझानों को बारीकी से देखकर भविष्य के फैसले लेगा। फेड के ताजा अनुमानों के मुताबिक, अगले वर्ष केवल एक और दर कटौती की संभावना है।
एशियाई और अमेरिकी बाजारों का समर्थन
फेडरल रिजर्व की दर कटौती के बाद, एशियाई बाजार भी तेजी के साथ खुले और लगभग 0.4 प्रतिशत ऊपर रहे। इसके अलावा, रात भर वॉल स्ट्रीट (अमेरिकी शेयर बाजार) में भी बढ़त दर्ज की गई, जिसने घरेलू बाजार की धारणा को और भी मजबूत करने का काम किया।
पिछले सत्र में भारी गिरावट
इससे पहले, बुधवार को बाजार लगातार तीसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुआ था। कारोबार के दौरान सेंसेक्स एक समय 354 अंक उछलकर 85,020 से ऊपर पहुंच गया था, लेकिन आखिरी घंटों में भारी बिकवाली के कारण पूरी बढ़त खत्म हो गई।
सेंसेक्स अपने दिन के उच्चतम स्तर से 629 अंक फिसलकर 84,391 पर बंद हुआ।
वहीं निफ्टी 82 अंक टूटकर 25,758 पर बंद हुआ।
मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी दबाव में रहे, मिडकैप में 1.08 प्रतिशत और स्मॉलकैप में 0.58 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई।
इस बिकवाली के चलते निवेशकों की कुल संपत्ति में एक ही दिन में ₹1 लाख करोड़ से अधिक की कमी आई।
















