छत्तीसगढ़

ठाकुर जोहारनी कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री साय : क्षेत्रवासियों को दी विभिन्न सौगात

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कांकेर जिले के नरहरपुर में आयोजित आदिवासी समाज के ‘ठाकुर जोहारनी’ समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर उनके साथ झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अर्जुन मुंडा भी मौजूद थे।

आदिवासी संस्कृति और विकास पर जोर

मुख्यमंत्री श्री साय ने समारोह में आदिवासी समाज के देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना की और प्रदेशवासियों की समृद्धि व खुशहाली की कामना की। उन्होंने कहा कि नई उद्योग नीति में आदिवासी विकास को प्राथमिकता दी गई है, जिसमें बस्तर और सरगुजा क्षेत्रों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है। इसका उद्देश्य यहां के निवासियों को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्रदान कर उन्हें अधिकतम लाभ पहुंचाना है। नरहरपुर के उन्मुक्त खेल मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में श्री साय ने आदिवासी देवी-देवताओं का जयघोष करते हुए लोगों को ‘ठाकुर जोहारनी’ और ‘नवाखाई’ की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने आदिवासी समाज की अनूठी परंपरा और एकजुटता को बनाए रखने पर जोर दिया।

शिक्षा और रोजगार के नए अवसर

श्री साय ने बताया कि छत्तीसगढ़ के युवाओं को शिक्षित और सशक्त बनाने के लिए पूरे राज्य में नई शिक्षा नीति लागू की गई है। उन्होंने आईआईटी, आईआईएम, ट्रिपल आईआईटी जैसी राष्ट्रीय स्तर की उच्च शिक्षण संस्थाओं का उल्लेख किया, जो युवाओं को गुणवत्तापूर्ण और रोजगार-परक शिक्षा दे रही हैं। इसके अलावा, प्रयास और एकलव्य जैसे संस्थानों के माध्यम से शिक्षा में लगातार सुधार के प्रयास हो रहे हैं। दिल्ली में आदिवासी युवाओं के लिए छात्रावास और प्रदेश भर में नालंदा परिसर भी स्थापित किए जा रहे हैं।

माओवाद उन्मूलन और लोक कल्याण

मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरक्षा बलों को माओवाद के खिलाफ अभियानों में बड़ी सफलताएं मिल रही हैं। उन्होंने 31 मार्च 2026 तक माओवाद को खत्म करने का संकल्प दोहराया। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुसार, राज्य सरकार राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के सहयोग से लोगों को पशुपालन और मुर्गीपालन जैसी रोजगार-उन्मुखी गतिविधियों से जोड़ रही है। श्री साय ने तेंदूपत्ता संग्राहकों के पारिश्रमिक में वृद्धि, चरणपादुका वितरण, और रामलला दर्शन योजना जैसी पहलों का भी जिक्र किया। साथ ही, उन्होंने ग्राम पंचायतों में पारदर्शिता लाने के लिए अटल डिजिटल सेवा केंद्र स्थापित करने की घोषणा की। केंद्र सरकार की पीएम जनमन योजना और धरती आबा ग्राम उत्कर्ष अभियान के माध्यम से आदिवासियों के समग्र विकास को सुनिश्चित किया जा रहा है।

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री का संबोधन

समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि यह उत्सव का कार्यक्रम है। उन्होंने जल, जंगल, जमीन और अपनी विशिष्ट परंपराओं को सहेजने वाले आदिवासियों की पहचान पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अपनी जड़ों को मजबूत रखते हुए स्वास्थ्य, शिक्षा और अधिकारों के प्रति जागरूक रहना बहुत जरूरी है।

विकास परियोजनाओं की घोषणाएं

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने नरहरपुर क्षेत्र के लिए कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं की घोषणाएं कीं:

बागोड़ एनीकट का निर्माण (30 करोड़ रुपये की लागत)

132 केवी विद्युत सब स्टेशन की स्थापना (30 करोड़ रुपये)

मावा मोदोल लाइब्रेरी के लिए 20 लाख रुपये

ढोढ़रापहार में गोंडवाना सामुदायिक भवन निर्माण हेतु 20 लाख रुपये

नरहरपुर में मोबाइल टॉवर की स्थापना

नरहरपुर में सर्वसुविधायुक्त विश्राम गृह का निर्माण (80 लाख रुपये)

गोंडवाना समाज के 12 मुड़ा क्षेत्रों में 12 टीन शेड निर्माण (कुल 1 करोड़ 20 लाख रुपये)

ग्राम धनेसरा में गोंडवाना समाज द्वारा संचालित जंगोरायतार इंग्लिश मीडियम स्कूल को आवश्यक सहयोग।

कार्यक्रम में गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति

इस कार्यक्रम में वन मंत्री श्री केदार कश्यप, सांसद श्री भोजराज नाग, विधायक श्री आशाराम नेताम, अंतागढ़ विधायक श्री विक्रम उसेंडी, केशकाल विधायक श्री नीलकंठ टेकाम सहित अनेक प्रमुख जनप्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

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