अवैध शराब महामारी बन चुकी, कानून-व्यवस्था ढह चुकी है : दीपक बैज

रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने बुधवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि राज्य में अवैध शराब की बिक्री महामारी का रूप ले चुकी है, वहीं बिजली संकट, कानून-व्यवस्था की बदहाली और किसानों की समस्याओं पर सरकार पूरी तरह असंवेदनशील बनी हुई है।
अवैध शराब बन चुकी है सामाजिक संकट
दीपक बैज ने कहा कि प्रदेश भर में महिलाएं और आम लोग शराब दुकानों और भट्ठियों के खिलाफ सड़कों पर उतर रहे हैं। रायपुर के डूंडा और दोंदे में विरोध प्रदर्शन जारी है, तो मंदिर हसौद के पास ग्राम खौली में शराब दुकान के विरोध में बच्चे तक स्कूल नहीं जा रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार शराब की काली कमाई में व्यस्त है, और पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा खोले गए सी-मार्ट केंद्रों को अब प्रीमियम शराब दुकानों में बदला जा रहा है।
“युक्तियुक्तकरण” बना उगाही का जरिया
बैज ने आरोप लगाया कि युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया एक भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुकी है। रायपुर का जिला संचालकालय “युक्तियुक्तकरण की मंडी” बन गया है, जहां खुलेआम बोलियां लगाई जा रही हैं और सौदेबाजी हो रही है। शिक्षकों और कर्मचारियों को मनमाने तरीके से दूरस्थ स्थानों पर भेजा जा रहा है।
बिजली व्यवस्था ध्वस्त, दाम फिर बढ़ेंगे
उन्होंने कहा, “17 महीनों में छत्तीसगढ़ की बिजली व्यवस्था बर्बाद हो गई। कटौती और लो-वोल्टेज से आम जनता परेशान है।” बैज ने दावा किया कि भाजपा सरकार 20% बिजली दर बढ़ाने की तैयारी कर रही है, जबकि कांग्रेस शासन में छत्तीसगढ़ सरप्लस बिजली वाला राज्य था।
अपराध बेलगाम, पूर्व विधायक के परिजन तक असुरक्षित
प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए, बैज ने कहा, “हर दिन हत्या, लूट, बलात्कार की घटनाएं बढ़ रही हैं। अब तो पूर्व विधायकों के परिवारों तक को धमकी दी जा रही है। कोरबा की एक बच्ची का शव सिंगरौली में मिलता है, राजधानी में खुलेआम लाशें फेंकी जा रही हैं – सरकार चुप है।”
महिलाओं और किसानों से किया गया वादा भी अधूरा
बैज ने कहा कि सरकार ने रेडी टू ईट सप्लाई का काम महिला स्व सहायता समूहों को देने का वादा किया था, लेकिन 5 जिलों में पायलट प्रोजेक्ट की घोषणा के बावजूद काम किसी को नहीं मिला। वहीं, डी.ए.पी. और अन्य उर्वरकों की भारी किल्लत के कारण किसान परेशान हैं, और कांग्रेस पार्टी इसके खिलाफ आंदोलन कर रही है।