छत्तीसगढ़

स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान का शुभारंभ : प्रधानमंत्री ने दी सशक्तिकरण को नई दिशा

रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में मध्य प्रदेश के धार जिले से ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार’ अभियान और आठवें ‘राष्ट्रीय पोषण माह’ की शुरुआत की। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के साक्षी बनने के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी भी रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय से हजारों महिलाओं के साथ वर्चुअली जुड़े। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कई विभागों के स्टॉलों का दौरा किया और पोषण कैलेंडर का अनावरण भी किया।

प्रधानमंत्री का संबोधन: ‘नारी शक्ति’ पर जोर और योजनाओं का बखान

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार’ अभियान को देश के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि विकसित भारत का सपना चार स्तंभों पर टिका है: नारी शक्ति, युवा शक्ति, गरीब और किसान। यह अभियान इन्हीं स्तंभों को मजबूत करेगा। उन्होंने जानकारी दी कि 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक पूरे देश में एक लाख से ज़्यादा स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएँगे, जहाँ महिलाओं को टीबी, एनीमिया और कैंसर जैसी बीमारियों की मुफ्त जाँच और दवाइयाँ मिलेंगी। उन्होंने सभी माताओं और बहनों से इन शिविरों का लाभ उठाने की अपील की ताकि कोई भी महिला बीमारी से अनभिज्ञ न रहे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि एक स्वस्थ माँ पूरे परिवार और समाज को सशक्त बनाती है। उन्होंने ‘प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना’ और ‘पोषण अभियान’ जैसी सफल योजनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि अब तक 4.5 करोड़ से ज़्यादा महिलाओं को 19,000 करोड़ रुपये की सहायता मिल चुकी है। उन्होंने ‘सिकल सेल एनीमिया मिशन’ की भी बात की, जिसकी शुरुआत शहडोल से हुई थी। इस मिशन के तहत 5 करोड़ से ज़्यादा स्क्रीनिंग हो चुकी है और 1 करोड़ कार्ड जारी किए गए हैं, जिससे आने वाली पीढ़ियाँ सुरक्षित होंगी।

गरीबों और किसानों को अपनी योजनाओं का केंद्र बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मुफ्त राशन से लेकर आयुष्मान कार्ड तक, हर योजना का लक्ष्य गरीब के जीवन में बदलाव लाना है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आ चुके हैं, जिसे उन्होंने ‘मोदी की गारंटी’ बताया।

रोजगार और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा: पीएम विश्वकर्मा और पीएम मित्र पार्क

मोदी ने ‘पीएम मित्र पार्क’ और ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ के बारे में भी जानकारी दी, जिससे लाखों लोगों को रोजगार मिलने और छोटे कारीगरों को पहचान मिलने की उम्मीद है। त्योहारों के मौसम को देखते हुए, उन्होंने सभी से स्वदेशी उत्पादों को अपनाने का आग्रह किया ताकि देश का पैसा देश में ही रहे और विकास की रफ्तार तेज हो।

मुख्यमंत्री साय का वक्तव्य: मातृशक्ति और विकास की बात

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उनकी दूरदर्शिता ने भारत को दुनिया में नई पहचान दिलाई है। उन्होंने भी प्रधानमंत्री द्वारा बताए गए चार स्तंभों – नारी शक्ति, युवा शक्ति, गरीब और किसान – को देश के भविष्य की मजबूत नींव बताया।

उन्होंने स्वास्थ्य शिविरों का जिक्र करते हुए इसे ‘मातृशक्ति के स्वास्थ्य संरक्षण की दिशा में ऐतिहासिक कदम’ कहा। उन्होंने ‘प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना’, ‘पोषण अभियान’ और ‘सिकल सेल एनीमिया मिशन’ जैसी योजनाओं की सफलता पर खुशी व्यक्त की, जिससे करोड़ों महिलाओं और आदिवासियों का जीवन बेहतर हुआ है। उन्होंने कहा कि 25 करोड़ से ज़्यादा लोगों का गरीबी से बाहर आना प्रधानमंत्री के संवेदनशील नेतृत्व का सबूत है।

कार्यक्रम की अन्य झलकियाँ: स्टॉल, कैलेंडर और रथ

मुख्यमंत्री साय ने रायपुर के कृषि मंडपम में पोषण माह कैलेंडर का अनावरण किया और ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत मेधावी छात्राओं को सम्मानित किया। उन्होंने स्वास्थ्य और महिला एवं बाल विकास विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का भी अवलोकन किया, जहाँ पोषण, मानसिक स्वास्थ्य, टीबी जाँच, और ‘सिकल सेल जाँच’ जैसे विषयों पर जानकारी दी जा रही थी।

पोषण रथ और ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान

मुख्यमंत्री ने आठवें ‘राष्ट्रीय पोषण माह’ की शुरुआत में पोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये वाहन पूरे प्रदेश में घूमकर लोगों को पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत चंदन के पौधे भी लगाए। इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री अरुण साव समेत कई मंत्री और विधायक भी मौजूद थे।

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