शेयर बाजार में गिरावट, सेंसेक्स-निफ्टी फिर लुढ़के, अदाणी ग्रुप के शेयरों में तेजी जारी

नई दिल्ली (एजेंसी)। बीते दिन यानी मंगलवार को बाजार में बढ़त के बाद आज, बुधवार सुबह शेयर बाजार हल्की गिरावट के साथ खुले. विदेशी बाजारों खासकर अमेरिका में टैरिफ को लेकर जारी अनिश्चितता का असर घरेलू बाजार पर भी दिखा. हालांकि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में खरीदारी का माहौल नजर आया, वहीं अदाणी ग्रुप के शेयरों में जबरदस्त तेजी रही.
सेंसेक्स और निफ्टी की कैसी रही चाल?
बुधवार 16 जुलाई की सुबह बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई. बीएसई सेंसेक्स 194.95 अंक यानी 0.24% गिरकर 82,375.96 पर पहुंच गया. वहीं, निफ्टी 50 इंडेक्स में 65.85 अंकों की गिरावट दर्ज हुई और यह 0.26% गिरकर 25,129.95 पर ट्रेड कर रहा था.
हालांकि, एक दिन पहले यानी मंगलवार को बाजार में मजबूती देखी गई थी. सेंसेक्स 317.45 अंक यानी 0.39% चढ़कर 82,570.91 पर बंद हुआ था. निफ्टी में भी 113.50 अंकों यानी 0.45% की तेजी आई थी और यह 25,195.80 के स्तर पर बंद हुआ था.
इससे पहले के चार कारोबारी सत्रों में बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी था, जहां सेंसेक्स कुल मिलाकर 1,459.05 अंक यानी 1.74% और निफ्टी 440 अंक यानी 1.72% टूट चुका था.
अदाणी ग्रुप के शेयरों में आई रफ्तार
बाजार की कमजोरी के बीच अदाणी ग्रुप के सभी शेयरों में बढ़त देखने को मिली. खासतौर पर Adani Green Energy, Adani Total Gas और Adani Ports के शेयरों में 1% से ज्यादा की तेजी देखी गई. वहीं Adani Power ने भी बाजार में मजबूती दिखाई और यह तेजी का नेतृत्व करता नजर आया.
मिडकैप और स्मॉलकैप में दिखा जोश
बाजार की कमजोरी के बावजूद मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में खरीदारी जारी रही. बीएसई पर मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स शुरुआती कारोबार में हरे निशान में ट्रेड कर रहे थे, जिससे इन शेयरों में निवेशकों की रुचि बनी हुई है.
सेक्टरल इंडेक्स का मिक्स्ड सेंटिमेंट
एनएसई पर सेक्टर आधारित इंडेक्स में मिलाजुला रुख देखने को मिला. जहां निफ्टी ऑटो और निफ्टी मेटल इंडेक्स में गिरावट दिखी, वहीं निफ्टी IT और निफ्टी पब्लिक सेक्टर बैंक (PSB) इंडेक्स हरे निशान में थे. इससे साफ है कि फिलहाल बाजार कुछ सेक्टरों में ही मजबूती दिखा रहा है.
फिलहाल बाजार पर विदेशी फैक्टर्स जैसे अमेरिका में टैरिफ से जुड़ी खबरों का असर साफ नजर आ रहा है. हालांकि मिडकैप-स्मॉलकैप और अदाणी ग्रुप जैसे चुनिंदा शेयरों में तेजी ने बाजार को गिरने से बचाए रखा है. आगे बाजार की चाल वैश्विक संकेतों और कंपनियों के तिमाही नतीजों पर निर्भर करेगी.