भारत-अमेरिका संबंधों में तनाव : पूर्व वाणिज्य मंत्री ने ट्रंप प्रशासन की नीतियों की आलोचना की

नई दिल्ली (एजेंसी)। डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा व्हाइट हाउस संभालने के कुछ ही समय बाद भारत और अमेरिका के रिश्तों में खटास दिखाई देने लगी है। एक ओर जहाँ व्यापार समझौते को लेकर दोनों देशों की सरकारों के बीच बातचीत जारी है, वहीं दूसरी ओर रूस से तेल खरीदने के कारण ट्रंप प्रशासन ने भारत पर टैरिफ (शुल्क) लगा दिया है।
ट्रंप सरकार की भारत के प्रति इन नीतियों की पूर्व अमेरिकी वाणिज्य मंत्री जीना रायमोंडो ने आलोचना की है। उनका कहना है कि वर्तमान प्रशासन की नीतियाँ वैश्विक मंच पर अमेरिका की स्थिति को कमजोर कर रही हैं।
सहयोगियों को नाराज़ करना ‘विनाशकारी’
पिछले हफ्ते, हार्वर्ड केनेडी स्कूल में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रायमोंडो ने ट्रंप प्रशासन की सबसे बड़ी गलतियों पर रोशनी डाली। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि मौजूदा सरकार ने अमेरिका के सभी मित्र राष्ट्रों को नाराज़ कर दिया है।
रायमोंडो ने कहा, “इस प्रशासन की मैं जिन 20 प्रमुख बातों के लिए आलोचना करूंगी, उनमें से एक यह है कि इन्होंने हमारे सभी सहयोगियों को नाराज़ कर दिया है। ‘अमेरिका को महान बनाना’ एक बात है, लेकिन ‘अमेरिका को अकेला कर देना’ विनाशकारी है।”
पूर्व वाणिज्य मंत्री ने यह भी कहा कि एक मज़बूत अमेरिका के लिए यूरोप, जापान और दक्षिण पूर्व एशिया के साथ मज़बूत साझेदारी आवश्यक है। उन्होंने जापान, कोरिया और एशिया के अन्य हिस्सों के साथ संबंधों को और मजबूत करने की ज़रूरत बताई।
भारत के साथ ‘बड़ी गलती’ कर रहा अमेरिका
भारत का ज़िक्र करते हुए रायमोंडो ने कहा कि यह वह देश है, जहाँ ट्रंप प्रशासन की गलती सार्वजनिक रूप से देखी जा सकती है।
उन्होंने कहा, “भारत, मुझे लगता है कि हम भारत के साथ एक बड़ी गलती कर रहे हैं। तो आखिरकार यही हुआ।”
टैरिफ से बढ़ा तनाव
गौरतलब है कि मई में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष के बाद से ही दोनों देशों के रिश्तों में तनाव बढ़ गया था। उस समय ट्रंप ने सार्वजनिक तौर पर अपनी मध्यस्थता में संघर्ष विराम (सीज़फायर) की बात कही थी। पाकिस्तान ने इस दावे का स्वागत किया था, जबकि भारत ने इसे सिरे से खारिज कर दिया था।
इसके बाद, ट्रंप प्रशासन ने पहले भारतीय वस्तुओं पर 25 फीसदी टैरिफ लगाया। इतना ही नहीं, बाद में रूसी तेल खरीद के मुद्दे पर 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ की भी घोषणा कर दी। वर्तमान में, अमेरिका में बिकने वाली भारतीय वस्तुओं पर कुल 50 फीसदी टैरिफ लगा हुआ है।
भारत की ओर से ट्रंप प्रशासन के इस निर्णय को पूरी तरह से अनुचित और अतार्किक बताया गया है। हालांकि, पहले 25 फीसदी टैरिफ लगाए जाने के बावजूद भारत ने रूस से तेल खरीदना जारी रखा है।
















