आयरन की कमी दूर करने के लिए असरदार हैं ये सूखे मेवे

खून बढ़ाने के लिए ये ड्राई फ्रूट हैं असरदार
हेल्थ न्युज (एजेंसी)। महिलाओं में अक्सर खून (रक्त) की कमी देखी जाती है, जिसे एनीमिया भी कहते हैं। रक्त की कमी होने पर दिनभर थकान, कमजोरी महसूस होती है, ऊर्जा का स्तर कम हो जाता है और आलस बना रहता है। अगर आपके शरीर में भी खून की कमी हो रही है, तो अपनी डाइट में आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
खून की कमी को दूर करने में कुछ ड्राई फ्रूट्स (सूखे मेवे) बहुत प्रभावी साबित होते हैं। किशमिश, खजूर और छुहारा जैसे सूखे मेवों का सेवन करने से खून की कमी पूरी की जा सकती है। रोज़ाना एक महीने तक किशमिश का सेवन करने से एनीमिया की समस्या को दूर करने में मदद मिल सकती है।
खून बढ़ाने के लिए क्या खाएं?
भीगी हुई किशमिश का सेवन हीमोग्लोबिन के स्तर को सुधारने और आयरन की कमी को दूर करने का एक बेहतरीन तरीका है।
इस्तेमाल का तरीका: रात में 10-15 किशमिश को अच्छी तरह धोकर साफ पानी में भिगो दें। सुबह उठकर इस पानी को पी लें और भीगी हुई किशमिश को खाली पेट खा लें। इस तरह भीगी हुई किशमिश का नियमित सेवन करने से आपको जल्द ही लाभ दिखना शुरू हो जाएगा।
किशमिश के पोषक तत्व: किशमिश में आयरन के अलावा पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फाइबर जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व भी होते हैं। 30 दिन तक लगातार इसका सेवन करने से एनीमिया में सुधार हो सकता है।
पानी में भीगी हुई किशमिश खाने के अन्य फायदे:
इम्यूनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) बढ़ाती है: रातभर भीगी हुई किशमिश खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है, जिससे आप मौसमी बीमारियों से सुरक्षित रह सकते हैं।
पाचन में सुधार: इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर होता है, जो कब्ज (कॉन्स्टिपेशन) और पाचन से जुड़ी अन्य समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।
हड्डियां और दांत मजबूत: किशमिश कैल्शियम का अच्छा स्रोत है, जो हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में सहायक है। बढ़ते बच्चों के लिए यह विशेष रूप से फायदेमंद है।
सांस की दुर्गंध दूर: भीगी हुई किशमिश का सेवन मुंह के संक्रमण को दूर करने में मदद करता है, जिससे मुंह की बदबू की समस्या कम हो सकती है।
ब्लड प्रेशर कंट्रोल: किशमिश में पोटेशियम अच्छी मात्रा में पाया जाता है, इसलिए हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) के मरीजों के लिए इसका रोज़ाना सेवन फायदेमंद हो सकता है।
(अस्वीकरण: इस लेख में दिए गए सुझाव केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। अपनी डाइट में कोई भी बड़ा बदलाव करने या किसी भी बीमारी के उपचार के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ (Dietitian) से सलाह अवश्य लें।)
















